भारत

FIR भी दर्ज नहीं करा सके IAS सुधीर कुमार, थाने में चार घंटे करना पड़ा इंतजार, आवेदन में नाम देखकर घबराई पुलिस!

jantaserishta.com
18 July 2021 4:33 AM GMT
FIR भी दर्ज नहीं करा सके IAS सुधीर कुमार, थाने में चार घंटे करना पड़ा इंतजार, आवेदन में नाम देखकर घबराई पुलिस!
x

पटना:- बिहार SSC घोटाले में जेल जा चुके IAS अधिकारी सुधीर कुमार पटना के SC/ST थाने में FIR दर्ज कराने पहुंचे थे। FIR तो दर्ज नहीं हुई, मगर उनके आवेदन को ले लिया गया। हालांकि इसके लिए उन्हें चार घंटे थाने में गुजारने पड़े।

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission) पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार ने मीडिया से कहा कि ऊपर तक के लोगों पर केस दर्ज करने का आवेदन दिया है। उनसे पूछा गया कि ऊपर कौन, क्या मुख्यमंत्री के खिलाफ? इस पर सुधीर कुमार ने जवाब दिया कि हां। सुधीर कुमार ने बताया कि आईपीएस अधिकारी और पटना के पूर्व एसएसपी मनु महाराज के खिलाफ भी फर्जीवाड़ा, जाली कागजात समेत कई आरोपों में केस दर्ज कराने का आवेदन दिए थे। अंग्रेजी में होने की वजह से थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि पढ़ने के बाद ही कुछ हो पाएगा। रिसीविंग दे दिया गया है।
राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को हाथोंहाथ लिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 'हमने नहीं देखा कि इस तरह से मुख्यमंत्री पर आरोप लगता हो और तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा हो। शिकायत दर्ज नहीं हो रही है। शिकायत दर्ज कर लीजिए फिर पता चल जाएगा की क्या मामला है। इसमें डर किस बात का है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामने आकर बताना चाहिए।' इससे पहले तेजस्वी ने कहा था कि 'बिहार सरकार में एक IAS अधिकारी जो मुख्य सचिव के पद पर है पिछले 5-6 घंटे से थाने में बैठे हैं। थाने में उनकी FIR दर्ज नहीं हो रही। एक मुख्य सचिव स्तर का अधिकारी पूरे सबूतों के साथ मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों पर FIR करने पहुंचता है लेकिन FIR दर्ज नहीं होती।'
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1987 बैच के अफसर सुधीर कुमार का दिसंबर 2020 में निलंबन रद्द कर दिया गया था। फिलहाल ये अपर सदस्य राजस्व पर्षद के पद पर तैनात हैं। सुधीर कुमार 22 फरवरी 2022 को रिटायर भी हो रहे हैं। साल 2014 में एसएससी के इंटर स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में आईएएस सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त ये बिहार कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन थे, जिनकी गिरफ्तारी 24 फरवरी 2017 झारखंड के हजारीबाग से हुई थी। सरकारी नौकरी के पश्न पत्र लीक हो जाने से नीतीश सरकार की काफी फजीहत हुई थी। पटना के तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज ने सख्ती दिखाते हुए सुधीर कुमार के साथ उनकी पत्नी, भाई और भांजे समेत 6 लोगों को अरेस्ट कर पटना स्थित बेऊर जेल में डाला दिया था।
Next Story