IAS प्रेम प्रकाश मीणा चर्चा में, गांव-घर पहुंचकर लोगों को दिला रहे न्याय
उत्तर प्रदेश के एक आईएएस अफसर की पहल इन दिनों काफी चर्चा में है. आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा इन दिनों चंदौली में बतौर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट तैनात हैं और 'न्याय आपके द्वार' पहल चला रहे हैं. इस पहल के तहत वह खुद मौके पर जाकर संपत्ति विवाद, अतिक्रमण समेत अनेक समस्याओं का समाधान करते हैं. राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा जयपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं. उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एम.टेक की पढ़ाई की है. उन्होंने करीब एक दशक तक अंतरराष्ट्रीय तेल और गैस कंपनियों में भी काम किया. 2015 में वह वापस लौटे और यूपीएसएसी की तैयारी शुरू कर दी.
प्रेम प्रकाश मीणा ने पहले प्रयास में सफलता हासिल की और यूपीएससी में 900वीं रैंक मिली. इसके बाद उन्होंने दूसरा प्रयास किया और 102वीं रैंक हासिल की. उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित किया गया. उन्होंने बस्ती में एक प्रोबेशनर के तौर पर अपनी ट्रेनिंग पूरी की. फिर उनकी तैनाती हाथरस में बतौर एसडीएम हुई.
' न्याय आपके द्वार' पहल की शुरुआत
इन दिनों आईएएस अफसर प्रेम प्रकाश मीणा चंदौली में बतौर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट तैनात हैं और विवाद निपटाने के लिए 'न्याय आपके द्वार' चला रहे हैं. न्याय आपके द्वार के तहत आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा मौके पर पहुंचते हैं और स्थलीय निरीक्षण करके लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश करते हैं. ट्विटर पर उन्होंने कई ऐसे वाक्ये शेयर किए हैं, जहां वो मौके पर पहुंचे और लोगों को न्याय दिलाया.
यू-ट्यूब चैनल भी चलाते हैं प्रेम प्रकाश
'न्याय आपके द्वार' पहल से आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा अब तक 800 विवादों का निपटारा कर चुके हैं. यू-ट्यूब के जरिए भी उन्होंने 2020 में ग्राम पंचायतों, अतिक्रमण वाली जगहों के निरीक्षण और संपत्ति विवादों के निपटारे से जुड़े वीडियो बनाने शुरू किए. उनके 29,000 के करीब सब्सक्राइबर हो चुके हैं और इस पर 160 वीडियो हैं. आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा अपने यू-ट्यूब चैनल के जरिए विवादों के निपटारे के टिप्स देने के साथ यूपीएससी तैयारी के भी टिप्स देते हैं. उनका कहना है कि मैंने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी क्रैक किया, दूसरे भी कर सकते हैं, उन तक पहुंचने के लिए ही मैंने वीडियो बनाना शुरू किया.