कुछ लोग बचपन से ही यूपीएससी में जाने का फैसला करते हैं, तो कुछ लोग कॉलेज लाइफ के दौरान इस फील्ड में दिलचस्पी दिखाते हैं. जिन लोगों की रणनीति सटीक होती है, वे कड़ी मेहनत कर यहां जल्दी ही सफलता प्राप्त कर लेते हैं. आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2016 में ऑल इंडिया रैंक 12 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाली तेजस्वी राणा की कहानी बताएंगे, जिन्होंने ग्रेजुएशन के दौरान यूपीएससी में आने का फैसला किया था. दरअसल उनके पेरेंट्स का सपना था कि वे आईएएस अफसर बनें, इसलिए तेजस्वी ने इस फील्ड में आने का फैसला किया.
तेजस्वी का जन्म हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था. वो पढ़ाई में हमेशा से होशियार थीं. उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में अच्छे नंबर प्राप्त किए. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में करियर बनाने का फैसला किया और जेईई की परीक्षा दी. उन्होंने यह परीक्षा पास कर ली, जिसके बाद उन्होंने आईआईटी कानपुर में दाखिला ले लिया. यहां से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसी दौरान उन्होंने अपने पैरट्स की सलाह पर यूपीएससी में जाने का फैसला किया.
तेजस्वी का मानना है कि आप यूपीएससी के पेपर से जुड़ी वास्तविक जानकारी पेपर में शामिल होने के बाद ही पता कर सकते हैं. ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2015 में पहली बार यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा दी. पहले प्रयास में उन्होंने प्री परीक्षा तो पास कर ली, लेकिन मेंस में अटक गईं. अब उन्हें पता चल चुका था कि पेपर किस तरह का आता है. ऐसे में उन्होंने अपनी रणनीति बनाकर बेहतरीन तैयारी की और दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त कर ली.
तेजस्वी का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आपको अपने सिलेबस को अच्छी तरह दिमाग में बैठा लेना चाहिए. अगर हो सके तो उसे अपने रूम में चार्ट पर लिख लें. आप अपने सिलेबस के हिसाब से तैयारी शुरू कर दें. तैयारी पूरी होने के बाद ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें. अगर आप पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत करेंगे तो यूपीएससी में सफलता जरुर प्राप्त कर सकते हैं.