IAS अनुपमा अंजली की सलाह, UPSC की तैयारी के दौरान मेंटल हेल्थ का भी ख्याल रखें छात्र-छात्रा
यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों को फिजिकल के साथ ही मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखकर प्रिपरेशन करनी चाहिए. ये सलाह देती हैं आईएएस अनुपमा अंजली (Anupama Anjali) जिन्होंने यूपीएससी की तैयारी के दौरान डिस्ट्रैक्शन से खुद को दूर रखा और खुद को रिफ्रेश रखते हुए एग्जाम क्लीयर किया. अनुपमा अंजलि 2017 की सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने में सफल रहीं, उन्होंने 386वीं रैंक (Rank) हासिल की थी.
मेंटली फिट रहने की उनकी स्ट्रेटजी उनके काम आई और इसी पर काम करते हुए उन्होंने अपने सपने को हकीकत बनाकर दिखाया. यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी के दौरान उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया. अपने एक्सपीरियंस साझा करते हुए उन्होंने कहा कि तैयारी के दौरान परीक्षार्थी खुद को निगेटिव विचारों से दूर रखें और सोच पॉजिटिव करें. नेगेटिव विचारों से डिप्रेशन में जाने के चांसेस बढ़ जाते हैं और इससे परीक्षार्थी की तैयारी पर भी असर पड़ता है. पॉजिटिव अप्रोच से ही अभ्यर्थी डिप्रेशन में जाने से बच सकता है, इसके लिए जरूरी हो कि तैयारी के दौरान परीक्षार्थी का मूड वक्त फ्रेश रहे. फिजिकली फिट रहने के साथ साथ परीक्षार्थियों को मेंटली फिट (Mentally Fit) रहने की भी काफी जरूरत होती है. प्रिपरेशन स्ट्रेटजी में पढ़ाई के साथ ही ब्रेक लेने का टाइम भी परीक्षार्थी डिसाइड कर लें.
एक्सरसाइज और मेडिटेशन पर ध्यान देते हुए भी परीक्षार्थी खुद को फिट रख सकते हैं. मानसिक शांति से वे मोटिवेटेड रहेंगे और बेहतर तरीके से परीक्षा की तैयारी पर फोकस कर पाएंगे. यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए वे कहती है कि तैयारी के दौरान खुद को परीक्षार्थी डिस्ट्रेक्शन से दूर रखें. दोस्तों के साथ पार्टी करने या फंक्शन में शामिल होने के बजाय सेल्फ स्टडी पर ज्यादा फोकस करें. शुरुआत में उन्हें थोड़ा मुश्किल लगेगा लेकिन लंबे समय के लिए यह ट्रिक उनके काम आएगी. खुद को रिफ्रेश (Refresh) करने के लिए परीक्षार्थी अपनी पसंद का कोई काम भी कर सकते हैं जिसे करके वे अच्छा महसूस करते हो इनमें खेलना, डांस करना, बुक पढ़ना जैसे शौक भी हो सकते हैं. अनुपमा कहती है कि पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ अगर परीक्षार्थी प्रिपरेशन करेंगे तो उन्हे सफलता जरूर ही मिलेगी.