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अपने ख़िलाफ़ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ, जवाब देने का हक़, मैंने वक्त को दे रखा है: सिद्धू का ट्वीट

jantaserishta.com
4 May 2022 7:19 AM GMT
अपने ख़िलाफ़ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ, जवाब देने का हक़, मैंने वक्त को दे रखा है: सिद्धू का ट्वीट
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फाइल फोटो 

नई दिल्ली: पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चुप्पी तोड़ी है। दरअसल कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह मांग सिद्धू के खुद को पार्टी से ऊपर दिखाने की कोशिश करने को लेकर की है।

इसको लेकर सिद्धू ने बुधवार को एक एन्क्रिप्टेड संदेश के साथ ट्विटर पर अपनी चुप्पी तोड़ी। सिद्धू ने ट्विटर पर लिखा, "अपने खिलाफ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ . . . . . जवाब देने का हक, मैंने वक्त को दे रखा है . . .।"
सिद्धू का संदेश राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ उनकी मुलाकात के मद्देनजर आया है। प्रशांत किशोर ने हाल ही में राजनीतिक कदम उठाने का संकेत दिया था। किशोर ने हाल ही में नई दिल्ली में सिद्धू से मुलाकात की थी।
सिद्धू का लग रहे पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों की बात करें तो 23 अप्रैल को लिखे पत्र के साथ हरीश चौधरी ने सिद्धू की ''वर्तमान गतिविधियों'' के बारे में पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का एक विस्तृत नोट भी भेजा है।
चौधरी ने पत्र में लिखा है कि सिद्धू ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की लगातार आलोचना की, जबकि उन्हें ऐसा करने से मना किया गया था। उन्होंने कहा, ''अध्यक्ष महोदया, सिद्धू को स्वयं को पार्टी से ऊपर दिखाने और पार्टी अनुशासन भंग करने के संबंध में दूसरों के लिये उदाहरण बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती।''
चौधरी ने लिखा, ''इसलिए, यह सिफारिश की जाती है कि श्री सिद्धू से इसको लेकर स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न शुरू की जाए।''
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