मुझे ग्रेटर नॉएडा अथॉरिटी के घोटालेबाजों से जान का खतरा: आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह
नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी (Greater Noida Authority) में हुए फर्जी नियुक्ति मामले का खुलासा करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा है। उन्होंने जान-माल के नुकसान का भी अंदेशा जताया है। इस बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है। राजेंद्र सिंह ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी में फर्जी नियुक्ति मामले की पोल खोली थी। जिसमें 70 लोगों को फर्जी तरीके से भर्ती कर लिया गया। इस पर सीईओ रितु महेश्वरी ने तीन आईएएस की समिति बनाकर जांच कराई। जांच के बाद 49 लोगों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
राजेंद्र सिंह ने बताया कि अब उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा है। बादलपुर में अथाॅरिटी की ओर से छोड़ी गई जमीन की जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है। अथाॅरिटी के अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ बाहरी लोग शिकायत करते हैं। हाल ही में उसके सेक्टर गामा-1 मकान के निर्माण की शिकायत अथाॅरिटी में असामाजिक तत्वों से कराई गई है। राजेंद्र सिंह ने कहा, "खुद मेरे नाम का मिसयूज किया जा रहा है। कुछ शरारती तत्व मेरे नाम से सभ्य लोगों के खिलाफ फर्जी शिकायतें ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी समेत अन्य दफ्तरों में भेज रहे हैं। एक शिकायत में तो अथाॅरिटी में संविदा पर काम करने वाले अवधेश शर्मा नामक कर्मचारी का फोन नंबर लिखा मिला है। अवधेश शर्मा वर्तमान समय में स्वास्थ्य विभाग में तैनात है।"
वह आगे बताते हैं, "अथाॅरिटी में चल रही फर्जी यूनियन में पदाधिकारी बनकर बैठे लोग साजिश रच रहे हैं। अवधेश शर्मा कोई काम नहीं करता है। महीनों तक दफ्तर में नहीं आता है। फर्जीवाड़ा करके वेतन ले रहा है। एक-दूसरे की शिकायत करने का काम करता है।" राजेंद्र सिंह ने सीएम से मांग की है कि इस तरह के लोग उनकी हत्या करवा सकते हैं। राजेंद्र सिंह ने कहा है कि उनकी सामाजिक छवि से लोग नफरत करने लगे हैं। जिससे समाज में उनके खिलाफ घृणा फैलाने का काम किया जा रहा है।"