दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्यकांड मामले में बरी किए गए दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन का कहना है कि वह निर्दोष है. उन्होंने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री की मौत हुई तो वे कई दिनों तक रोई थीं. उनका कहना है कि वह खुद कांग्रेस परिवार से हैं, लेकिन राजीव गांधी की हत्या का आरोप ढो रही हैं.
नलिनी श्रीहरन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं कांग्रेस परिवार से हूं. जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई थीं, हमने पूरा दिन कुछ नहीं खाया था. हम चार दिनों तक रोए थे. यहां तक कि जब राजीव गांधी की हत्या हुई थी, हम तीन दिन तक रोए थे. लेकिन मुझ पर उनकी हत्या का आरोप लगा. मैं तभी आराम से जी सकूंगी, जब उनकी हत्या का आरोप पूरी तरह से मुझसे हट जाए.' नलिनी ने कहा कि वह निर्दोष है लेकिन उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या वह जानती है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के पीछे कौन था.
उन्होंने कहा, 'मैं किसी का नाम नहीं ले सकती या किसी की ओर इशारा नहीं कर सकती. मुझे चुगली करने की आदत नहीं है. अगर मैंने ऐसा किया होता, तो मैं 32 सालों तक जेल में नहीं होती.' नलिनी के इस बयान से अनुसूया अर्नेस्ट डेजी खफा हैं. अनुसूया राजीव गांधी पर हुए हमले के समय सब इंस्पेक्टर थीं और ब्लास्ट के समय घायल हुई थीं, जिसमें उन्होंने अपनी उगलियां गंवा दी थीं.
अनुसूया ने कहा कि नलिनी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बोल रही हैं. अगर वह कहती हैं कि वह निर्दोष है, तो शायद अदालत को आदेश की समीक्षा करनी चाहिए और असली अपराधियों को पकड़ने के लिए नए सिरे से जांच करनी चाहिए. नलिनी श्रीहरन ने सोमवार को त्रिची स्पेशल कैंप का दौरा किया था, जहां राजीव गांधी हत्या मामले में रिहा किए गए चारों दोषी रह रहे हैं. इस मामले में मुरुगन, सनाथन, रॉबर्ट पयास और जयाकुमार स्पेशल कैंप में हैं. ये सभी चारों डिपॉर्टेशन का सामना कर रहे हैं.
नलिनी ने केंद्र और राज्य सरकारों से उन्हें उन देशों में भेजने को कहा, जहां वे जाना चाहते हैं. नलिनी ने कहा, 'मैंने कलेक्टर से कहा है कि वह मेरे पति मुरुगन को उस देश भेजे, जहां हमारी बेटी हरिता रहती है. सनातन श्रीलंका जाना चाहते हैं जबक दो अन्य ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं किया है.' बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी श्रीहरन और अन्य दोषियों को करीब 30 साल तक जेल में सजा काटने के बाद शनिवार शाम तमिलनाडु की जेलों से रिहा कर दिया गया था. नलिनी का कहना है कि वह निर्दोष हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पति जहां भी जाएंगे, मैं वहीं जाऊंगी.