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पत्नी की पैसे वाले लोगों से पति कराता था दोस्ती, फिर उनकी वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल, गिरफ्तार

Rani Sahu
31 July 2021 1:02 PM GMT
पत्नी की पैसे वाले लोगों से पति कराता था दोस्ती, फिर उनकी वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल, गिरफ्तार
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राजस्थान की पाली पुलिस ने हनीट्रैप के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है

राजस्थान की पाली पुलिस ने हनीट्रैप के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह की महिलाएं लोगों से फोन पर दोस्ती कर पहले उन्हे फंसाती थी और फिर अश्लील वीडियो बना कर उन्हें ब्लैकमेल करता थी. पुलिस ने एक पीड़ित की शिकायत पर गिरोह के एक युवक और दो युवतियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के जाल में फंसने वालों में सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर और वकील तक शामिल हैं.

ऐसे बहुत से लोग इस गिरोह का शिकार हुए हैं, लेकिन बदनामी के डर से किसी ने इस बात की शिकायत पुलिस से नहीं की. हैरानी की बात है कि आरोपी इस काम के लिए अपनी पत्नी का ही प्रयोग कर रहा था. बता दें कि आरोपी ने चार महीने पहले ही लव मैरिज की है.
पुलिस ऐसे पहुंची गिरोह तक
एसपी कालूराम रावत ने बताया कि शहर के एक लोगों से गिरोह की महिलाएं सोशल मीडिया पर दोस्ती कर उन्हे फंसाती थी. दरअसल 29 जुलाई को गिरोह के सरगना रमेश की पत्नी भावना हीरागर महिला सुरक्षा सहायता संगठन से जुड़े एडवोकेट चेतन चौहान के पास पहुंची. वहां जाकर भावना ने वकील चेतन को बताया कि उसने अपने पति से 2 अप्रैल 2021 को चार महीने पहले ही लव मैरीज की है, लेकिन अब वो उसके साथ नहीं रहना चाहती.
जिसके बाद महिला सुरक्षा सहायता संगठन के जिलाध्यक्ष कुलदीप पंवार, प्रवक्ता नेहा श्रीमाली अन्य सदस्य उसे एसपी ऑफिस ले गए. एसपी नहीं मिले तो उसे नया बस स्टैंड चौकी ले गए. जहां उसने चौकीप्रभारी ओमप्रकाश चौधरी को सारी कहानी बताई. इधर महिला के मोबाइल पर लगातार उसके पति रमेश चौधरी का कॉल आ रहा था. पुलिस के कहने पर पत्नी ने फोन उठाया और उसे उसे नया बस स्टैंड के पास बुलाया. जैसे ही वो वहां पहुंचा तो पुलिस और संगठन के पदाधिकारियों ने उसे पकड़ लिया.
आशिक मिजाज लोगों से कराता था पत्नी की दोस्ती
पुलिस ने जब आरोपी रमेश को पकड़कर उसका फोन चेक किया तो उसमें कई अश्लील वीडियो निकलकर सामने आई. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी रमेश ने बताया कि वो आशिक मिजाज और पैसे वाले लोगों को ढूंढता था. फि उन्हें फंसाने के लिए पत्नी से सोशल मीडिया पर दोस्ती करवाता.
इसके बाद मिलने के बहाने उन्हें घर बुला लेते थे. इस दौरान गिरोह के दूसरे साथी उससे मारपीट कर अश्लील वीडियो बना लेते थे. दुष्कर्म के मामले में फंसाने और सोशल मीडिया पर उनका अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे पैसों की डिमांड करते थे.
बेरोजगार होने के बाद पैसा कमाने का ये तरीका अपनाया
आरोपी रमेश पहले मुबंई में काम करता था. लॉकडाउन के बाद वो गांव वापस आ गया. यहां उसने शादी की. और पत्नी को लेकर पाली किराए का मकान लेकर रहने लग गया. चूंकि रमेश बेरोजगार था इसलिए घर खर्च चलाने में उसे परेशानी हो रही थी. तभी उसकी मुलाकात दिव्या पत्नी भंवरलाल दमामी से हुई. जिसके बाद इन दोनों ने मिलकर लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने का काम शुरू कर दिया.
गिरोह से दो युवतियां और जुड़ी हुई हैं. पुलिस की जांच में सामने आया कि गिरोह की महिलाएं अनजान नंबर से लोगो को कॉल करती थी. उन्हें अपनी बातों में फंसाती. फिर मिलने के बहाने से घर बुलाकर हनीट्रैप का शिकार बनाती थीं.
जमीन दिखाने के बहाने बुलाया
एक पीड़ित ने 29 जुलाई को थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई और बताया कि उसके मोबाइल पर दो मई को किसी अनजान लकड़ी का कॉल आया था. उसने जमीन दिखाने की बात कहकर उसे बुलाया. पीड़ित अपने दोस्त के साथ नया बस स्टैंड कार से पहुंचा. जहां उन्हें दो लड़कियां मिलीं. वे उन्हें अम्बेडकर नगर ले गईं. दो अलग-अलग कमरों में दोनों को बैठाया. इस दौरान अचानक कुछ लड़के आए और उसने मारपीट करने लगे.
जबरदस्ती उनका अश्लील वीडियो बनाया. इसके बाद दुष्कर्म के मामले में फंसाने और सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर बदनाम करने की धमकी देते हुए 4-5 लाख रुपए मांगे थे. बता दें कि पुलिस ने गिरोह में शामिल रमेश, रमेश की पत्नी भावना उर्फ भारती और दिव्या को गिरफ्तार कर लिया है.


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