प्रेम विवाह के बाद घर जमाई बनकर रह रहे एक युवक ने गुरुवार सुबह अपनी पत्नी के गले पर पेचकस से वारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया और दोपहर में खुद को निर्दोष बताते हुए थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। विवाहिता की मां ने आरोपी दामाद के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह वारदात गाजियाबाद जिले के बयाना गांव की है।
पुलिस ने बताया कि राजकुमारी अपने पति दीपक के साथ मायके में रहती थी। बुधवार रात उसका दीपक के साथ काफी झगड़ा हुआ था। उस समय उसकी मां और भाई ने दोनों को काफी समझाया, लेकिन दोनों आपस में झगड़ते रहे। आखिर में वह उन्हें झगड़ा करते छोड़कर ऊपर छत पर सोने चले गए, लेकिन गुरुवार सुबह जब नीचे उतरे तो राजकुमारी खून से लथपथ पड़ी थी। वहीं दीपक मौके से गायब था। बेटी की हालत देखकर विवाहिता की मां ने जोर-जोर से रोने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मसूरी कोतवाल शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विवाहिता की मां ने आरोपी दामाद के खिलाफ हत्या की शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर आरोपी दामाद खुद ही चलकर थाने आ गया और अपनी बेगुनाही की दलील दी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि 25 वर्षीय राजकुमारी ने एक साल पहले ही इंद्रगढ़ी के रहने वाले दीपक के साथ प्रेम विवाह किया था। दीपक के परिवार वालों को यह शादी मंजूर नहीं थी और उन्होंने उसे घर से बेदखल कर दिया था। उसके बाद से दीपक बयाना में ही घर जमाई बनकर पत्नी राजकुमारी के साथ रहने लगा था। आरोप है कि राजकुमारी आए दिन किसी न किसी से झगड़ा करती रहती थी। यहां तक कि दीपक के साथ भी आए दिन वह मारपीट करती थी। उन्होंने बताया कि यह पूरा मामला संदिग्ध है। आरोपी को हिरासत में लिया है, पूछताछ की जा रही है।
विवाहिता की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इनकी शादी लॉकडाउन में हुई थी। उस समय वह दहेज नहीं दे पाई थी, लेकिन तय हुआ था कि लॉकडाउन खुलने के बाद दहेज दे दिया जाएगा। दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल के अलावा करीब डेढ़ लाख रुपये नकद और फर्नीचर आदि शामिल था। आरोप है कि लॉकडाउन खुलने के बाद राजकुमारी को दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा। मांग पूरी न होने पर उसका शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया जाने लगा, जिसको देखते हुए विवाहिता के मायके वालों ने फर्नीचर आदि सामान पहुंचा दिया था, लेकिन बुलेट मोटरसाइकिल और नकदी देने में असमर्थ रहे थे। आरोप है कि एक सप्ताह पूर्व विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। इसके बाद वह अपने मायके आ गई और वहीं पर मां और अविवाहित भाई के साथ रहने लगी। उसके साथ दीपक भी घर छोड़ कर आ गया, लेकिन यहां वह अपनी सास पर बुलेट मोटरसाइकिल के लिए दबाव बना रहा था। मांग पूरी न होने पर पत्नी, सास और साले से झगड़ा कर रहा था।
पुलिस के पास पहुंचे आरोपी ने अपने बयान में बताया कि वह सुबह चार बजे उठकर दौड़ने चला गया था। उसके जाने के बाद यह वारदात हुई है। पुलिस ने बताया कि सुबह चार बजे बारिश हो रही थी। वैसे भी चार बजे अंधेरा रहता है। ऐसे में आरोपी के बयान में झोल है। उधर, पुलिस ने विवाहिता के भाई के कुछ कपड़े बरामद किए हैं। उन पर खून लगा है और कपड़े फटे भी हैं। हालांकि, अभी पुलिस इस संबंध में कुछ भी कहने से बच रही है।