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पति-पत्नी हुए कोरोना पॉजिटिव, अपने प्रदेश में नहीं मिला इलाज, किराए के एंबुलेंस से पहुंचे गए दूसरे राज्य, इसके बाद क्या है?
jantaserishta.com
27 April 2021 6:12 AM GMT
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अस्पतालों में मरीजों को जीवनदायिनी ऑक्सीजन सिलेंडर नसीब नहीं हो पा रहा है.
जहां उत्तर प्रदेश सरकार अपने यहां कानून व स्वास्थ्य व्यवस्था का बखान करते नहीं थकती है, उसी प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर से मचे हाहाकार के बीच जीवनदाई ऑक्सीजन सिलिंडर की किल्लत की कहानी उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले एक दंपत्ति की जुबानी बयां करती है.
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के रहने वाले पति और पत्नी दोनों कोविड पॉजिटिव पाए गए. कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद पति को सांस लेने की तकलीफ महसूस हुई लेकिन उत्तर प्रदेश में अस्पतालों में मरीजों को जीवनदायिनी ऑक्सीजन सिलेंडर नसीब नहीं हो पा रहा है.
इन हालातों से हारकर उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले दंपत्ति ने बंगाल के हुगली जिले के मोगरा थाना इलाके के गजघंटा में रह रहे अपने सगे संबंधियों से संपर्क किया जिसके बाद सगे संबंधियों से मिले आश्वासन के बूते पीड़ित दंपत्ति उत्तर प्रदेश से बाकायदा एंबुलेंस द्वारा 50 हजार रुपये के किराए में हुगली के चुचुड़ा पहुंचे.
यूपी के रहनेवाले इस दंपति को जिंदगी और मौत की लड़ाई मे लड़ने का साथ ममता राज के हुगली के चुचुड़ा के अजंता कोविड हॉस्पिटल में मिला.
इस मामले में पीड़ित दंपत्ति लालजी व रेखा यादव के संबंधी जो रिश्ते ने लालजी के साले और रेखा के भाई लगते हैं, उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कोविड 19 के मुकाबले में बिल्कुल चरमरा गई है. ना तो वहां के अस्पतालों में मरीजों का ठीक से इलाज हो रहा है ना ही मरीजों की जान बचाने के लिए जीवनदाई ऑक्सीजन के सिलेंडरों की उपलब्धता है.
उन्होंने बताया कि अपने दीदी और जीजा के चुचुड़ा के कोविड अस्पताल में इलाज के लिए वे तहे दिल से हुगली जिला प्रशासन और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का धन्यवाद करते हैं.
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