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नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली सरकार द्वारा पूर्ण वित्त पोषित 12 अलग-अलग कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में खाली पड़े सैकड़ों पदों पर असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्तियों का रास्ता साफ हो गया है। नियुक्तियों की शुरुआत करते हुए इनमें से एक 'भाष्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस' ने अपने यहां विभिन्न 12 विभागों में 49 सहायक प्रोफेसरों की स्थायी नियुक्ति करने संबंधी विज्ञापन जारी किया है। इस विज्ञापन के आने से दिल्ली सरकार के अन्य कॉलेजों के लिए भी रास्ता खुल गया है, जहां पिछले एक दशक से नियुक्ति बंद थी। फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने कहा है कि दिल्ली सरकार के अन्य 11 कॉलेजों में भी जल्द ही सहायक प्रोफेसर के पदों के विज्ञापन जारी होंगे। उनका कहना है कि भाष्कराचार्य कॉलेज में स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों का विज्ञापन आने से एडहॉक शिक्षकों में खुशी का माहौल है। बता दें कि इन कॉलेजों में पिछले एक दशक से सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति न होने से छात्रों की शिक्षा पर असर पड़ रहा था।
प्रोफेसर सुमन ने बताया है कि दिल्ली सरकार से पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेजों में लगभग 600 पदों पर स्थायी नियुक्ति की जानी है। सरकार के इन कॉलेजों में स्थायी प्रिंसिपल के पदों को भी भरा जाना है। भाष्कराचार्य कॉलेज ने जिन 12 विभागों में 49 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है उनमें -- बायोमेडिकल साइंस , बॉटनी, केमिस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस, इंग्लिश, इनवायरमेंटल साइंस, फूड टेक्नोलॉजी, इंस्ट्रुमेंटेंशन, माइक्रो बायलॉजी, फिजिक्स, पॉलीमर साइंस, ज्योलॉजी आदि हैं। इन पदों में सामान्य वर्गो के 19, एससी के 7, एसटी के 3, ओबीसी के 11, ईडब्ल्यूएस के 7, पीडब्ल्यूडी के 2 के पदों पर नियुक्ति की जानी है।
विज्ञापन जारी होने के 21 दिनों तक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य किसी भी तरह की जानकारी के लिए कॉलेज वेबसाइट पर जाकर सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पिछले एक साल से तीन दर्जन कॉलेजों व डीयू के विभागों को मिलाकर अभी तक लगभग 2500 शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति हो चुकी है। जिन कॉलेजों में ओएसडी या कार्यवाहक प्राचार्य है और जिन्हें यूजीसी से शत प्रतिशत अनुदान मिलता है उन कॉलेजों में जल्द ही स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों पर अगले महीने नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी।
इन कॉलेजों में श्री अरबिंदो कॉलेज (सांध्य) मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सांध्य) शहीद भगतसिंह कॉलेज (सांध्य) सत्यवती कॉलेज (सांध्य) है। इन कॉलेजों में स्क्रीनिंग का कार्य चल रहा है, कुछ ने तो पूर्ण कर लिया है। उन्होंने बताया है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में कुछ कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति होने की संभावना है। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह से मांग की है कि दिल्ली सरकार के अन्य कॉलेजों में जहां कार्यवाहक प्रिंसिपल है तथा जिन कॉलेजों के विज्ञापन निकाले जा चुके है और उन्होंने इन पदों को भरने की पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली है वहां पर भी जल्द से जल्द स्थायी सहायक प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति हो ताकि विश्वविद्यालय से एडहॉकइज्म समाप्त किया जा सके।
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