Monsoon: दो दिन पहले दिल्ली को पूरी तरह से भिगोने के बाद रविवार को शांत रहा। दोपहर में धूप निकली जिससे पिछले दिन के मुकाबले तापमान में करीब डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। उमस ने बेहाल कर दिया लेकिन सोमवार mondayको भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड के अधिकतर गांवों में मौसम साफ रहा। गोरखपुर-देवरिया और संतकबीरनगर में वज्रपात से पांच की मौत हो गई। देश में मुस्कुराहट की बारिश के बाद से बादलों का डेरा है और पहाड़ों से मैदान तक मध्यम वर्षा का दौर जारी है। मौसम विभाग ने सोमवार से बुधवार तक पंजाब और उससे सटे हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मप्र, दक्षिण गुजरात, दक्षिण बंगला, आंध्र प्रदेश, दक्षिण कर्नाटक, उत्तर तमिलनाडु, बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में अलग-अलग मौसम का पूर्वानुमान लगाया है। जगह-जगह गरज के साथ बारिश, आसमानी बिजली गिरने और तेज हवा के साथ तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है। दो दिन पहले राजधानी को पूरी तरह से भिगोने के बाद रविवार को शांत रहने की संभावना है।
दोपहर में धूप खिली, जिससे पिछले दिन के मुकाबले तापमान में करीब डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। उमस ने बेहाल कर दिया, लेकिन सोमवार को भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में मौसम साफ रहा। नैनीताल और ऊधम सिंह नगर के कुछ क्षेत्रों में वर्षा हुई। सोमवार को सांध्य, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और ऊधम सिंह नगर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में तूफान, बिजली गिरने और भारी बारिश का समाचार जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश में कई जिलों में झमाझमheavy rain बारिश हुई। गोरखपुर-देवरिया और संतकबीरनगर में वज्रपात से पांच की मौत हो गई, जबकि 22 लोग झुलस गए। जून की शुरुआत में प्रदेश का सबसे गर्म जिला झांसी रहा, वहीं जून खत्म होते ही यह सबसे ठंडा जिला बन गया। रविवार को दोपहर तक प्रदेश में सबसे ज्यादा 37.3 मिमी बारिश झांसी में हुई। अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा। एक और दो जुलाई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी वर्षा का असर देखने को मिलता है। पीड़ितों के सक्रिय होने के कारण बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है। अगले दो दिनों तक वर्षा का असर है।
बक्सर में वज्रपात की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई। मध्य प्रदेश के सभी जवानों में विशेषाधिकार खत्म है। मौसम विभाग ने जबलपुर, टीकमगढ़, सागर, खजुराहो, राजगढ़ में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अनुमान लगाया है। छत्तीसगढ़ में कई दिनों से वर्षा हो रही है। सोमवार को सरगुजा संभाग के एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। इस साल जून के महीनों में मौसम ने दिल्ली में अनेक रिकार्ड बनाए हैं। माह का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम दोनों ही तापमान 12 वर्ष के दौरान सबसे ज्यादा रहे हैं। औसत अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री रहा है। इस साल 14 साल में सबसे नौ दिन लू चली थी। जून के महीने में नौ दिन बरसात हुई, जबकि पिछले साल जून में 17 दिन बरसात हुई थी। इस वर्ष सामान्य वर्षा 228 प्रतिशत अधिक हुई है। माह की औसत वर्षा 74.1 मिमी है, जबकि कुल वर्षा 243.4 मिमी हुई।
इसमें 228.1 मिमी बारिश महज 28 जून को हुई थी। 1901 के बाद यह जून माह की तीसरी सबसे अधिक वर्षा है। इससे पहले 88 साल पहले 1936 और 91 साल पहले 1933 में इससे ज़्यादा बारिश हुई थी। उत्तराखंड में जून माह में सामान्य से 49 प्रतिशत कम वर्षा हुई। मार्च में ग्रीष्मकाल की शुरुआत कुछ राहत देने वाली थी, लेकिन अप्रैल और मई में ग्रीष्मकाल की उदासी बनी रही। मार्च से मई तक सामान्य से 19 मिमी कम वर्षा हुई थी। मार्च में सामान्य से 29 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई थी। अप्रैल में मेघ 46 प्रतिशत कम बरसे। इसके बाद मई में भी सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई। पूरे माह में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से सात डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। एक मार्च से 31 मई तक प्रदेश में 128 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य वर्षा 159 मिमी से 19 प्रतिशत कम है। मौसम विभाग के अनुसार सामान्य काल में अधिक वर्षा के आसार होते हैं।