ब्लूमबर्ग की उस रिपोर्ट के बाद मंगलवार को अडाणी समूह के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई, जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी सरकार ने श्रीलंका में एक कंटेनर टर्मिनल के लिए समूह को 55.3 करोड़ डॉलर का कर्ज देने से पहले भारतीय अरबपति गौतम अ़डाणी के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के आरोपों की जाँच की और पाया कि वे इस परियोजना विशेष के मामले में प्रासंगिक नहीं थे। इस साल की शुरुआत में अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद अड़ाणी समूह के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई और उसका बाजार मूल्य करीब 100 अरब डॉलर कम हो गया। अमेरिकी एजेंसी इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (डीएफसी) के एक अधिकारी ने ब्लूमबर्ग को बताया कि ऋण देने से पहले समूह की जाँच में यह आरोप प्रमुख था।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि डीएफसी इस बात से संतुष्ट था कि रिपोर्ट में अडाणी समूह पर “कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ी धोखाधड़ी” करने का आरोप श्रीलंकाई परियोजना का नेतृत्व करने वाली सहायक कंपनी, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड पर लागू नहीं थे। आज अडाणी ग्रीन के शेयर 18 फीसदी, अडाणी एनर्जी के 12 फीसदी, अडाणी टोटल गैस के 11 फीसदी, अडाणी एंटरप्राइजेज के 11 फीसदी, अडाणी पोर्ट्स के नौ फीसदी, अडाणी पावर के सात फीसदी और अंबुजा सीमेंट तथा अडाणी विल्मर छह-छह फीसदी ऊपर हैं।
इनके दम पर बीएसई सेंसेक्स भी 315 अंक बढ़कर 69,180 अंक की नई ऊंचाई पर पहुँच गया। निफ्टी में भी सोमवार को 418 अंक की रैली रही थी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि बाजार में तेजी बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सात हजार करोड़ रुपये से अधिक की भारी संस्थागत खरीदारी भारतीय बाजार में संस्थागत विश्वास का प्रतिबिंब है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि एफपीआई ने अपनी बिक्री रणनीति को उलट दिया है और पिछले सात दिन के दौरान लगातार खरीदार बने हुए हैं। फ्रंटलाइन बैंकिंग शेयरों में संचय हो रहा है। शॉर्ट कवरिंग और वाजिब वैल्यूएशन के साथ यह इस सेगमेंट को मजबूत बनाए रखेगा। अगले कई सप्ताह में बाजार में पाँच फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इससे आगे मूल्यांकन बढ़ेगा जिससे बाजार में सुधार आएगा।