श्मशान घाट में जमकर तमाशा, संपत्ति की लालच में अंधी हुई बेटियां
मथुरा: वो लाइनें तो आपने सुनी ही होंगी, बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया। यूपी के मथुरा में एक महिला की मौत के बाद कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। अंतिम संस्कार से पहले ही तीन बहनें संपत्ति को लेकर आपस में भिड़ गईं। आठ से नौ घंटे तक तीनों बहनें संपत्ति को …
मथुरा: वो लाइनें तो आपने सुनी ही होंगी, बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया। यूपी के मथुरा में एक महिला की मौत के बाद कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। अंतिम संस्कार से पहले ही तीन बहनें संपत्ति को लेकर आपस में भिड़ गईं। आठ से नौ घंटे तक तीनों बहनें संपत्ति को लेकर आपस में भिड़ती रहीं, इस बीच उनकी मां का शव श्मशान में चिता पर ही रखा रहा। इसकी खबर जब पुलिस को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कई घंटे की माथा-पच्ची के बाद स्टाम्प पेपर पर तीनों में लिखित समझौता कराया। इसके बाद तीनों बेटियों के बेटों ने संयुक्त रूप से अंतिम संस्कार किया।
मथुरा की रहने वाली एक वृद्धा अपने पति की मौत के बाद कोतवाली क्षेत्र की एक कालोनी में अपने घर में रहती थी। दो बेटियां भी उसके साथ रहती थीं। वृद्धा के नाम चार बीघा जमीन थी। इसमें से डेढ़ बीघा जमीन पहले बिक चुकी थी तो अब ढाई बीघा ही नाम रह गई थी। 98 वर्ष की अवस्था में रविवार सुबह वृद्धा की मौत हो गयी। इसकी जानकारी होने पर हाथरस से उसकी तीसरी बेटी भी पहुंच गईं। तीनों बहनों के साथ घरवाले भी इकट्ठा हो गए। घर से शव को मसानी स्थित मोक्षधाम ले जाया गया, लेकिन वहां पर अंतिम संस्कार से पहले तीनों बहनों में मां की जमीन के बंटवारे पर विवाद हो गया। ये इस कदर बढ़ा कि अंतिम संस्कार रोक दिया गया।
अंतिम संस्कार रोके जाने की खबर पर गोविंद नगर पुलिस मोक्षधाम पहुंच गई। मामला कोतवाली क्षेत्र का होने पर कोतवाली पुलिस भी सूचना पर वहां पहुंच गई। पुलिस के समझाने पर भी बेटियां बंटवारे पर अड़ी रहीं। बड़ी मुश्किल से शाम करीब पांच बजे तीनों में समझौता कराया गया। इसमें एक बहन (विधवा) के नाम एक बीघा व दो बहनों के नाम डेढ़ बीघा जमीन की लिखा-पढ़ी एक स्टाम्प पेपर कराते हुए समझौता कराया गया। इसके बाद तीनों बेटियों के बेटों ने नानी का संयुक्त रूप से अंतिम संस्कार किया।
कोतवाली प्रभारी रवि त्यागी का कहना है कि एक वृद्धा की मृत्यु के बाद उनकी तीन बेटियों में मां के नाम जमीन के बंटवारे को लेकर मोक्षधाम पर विवाद हो गया था। कई घंटों के बाद तीनों में स्टाम्प पर लिखा-पढ़ी कराने के बाद मामले को शांत कराया गया। इस मामले की शांत होने के बाद तीनों बेटियों ने बेटों ने वृद्धा का अंतिम संस्कार किया।