तपोवन। हिमाचल पथ परिवहन निगम के पैंशनर्ज ने लंबित भत्तों तथा देनदारियों का भुगतान न होने पर सीएम और डिप्टी सीएम के गृह क्षेत्रों में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय उन्होंने सीएम से मुलाकात न होने पर लिया है। वीरवार को हिमाचल परिवहन पैंशनर कल्याण संगठन के राज्य प्रधान तरसेम चौधरी ने …
तपोवन। हिमाचल पथ परिवहन निगम के पैंशनर्ज ने लंबित भत्तों तथा देनदारियों का भुगतान न होने पर सीएम और डिप्टी सीएम के गृह क्षेत्रों में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय उन्होंने सीएम से मुलाकात न होने पर लिया है। वीरवार को हिमाचल परिवहन पैंशनर कल्याण संगठन के राज्य प्रधान तरसेम चौधरी ने कहा कि संगठन के अध्यक्ष केसी चौहान की अध्यक्षता में पैंशनर्ज वीरवार को अपनी मांगों को लेकर धर्मशाला में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जोरावर स्टेडियम में प्रदर्शन किया। सभी सदस्यों ने प्रदेश सरकार और निगम प्रबंधन द्वारा उनकी मांगों पर संज्ञान न लेने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पैंशनर अपनी मांगों को कई बार उपमुख्यमंत्री के समक्ष उठा चुके हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। सरकार व निगम प्रबंधन समय रहते मांगों को लेकर वार्ता के लिए बुलाए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है।
आने वाले दिनों में आंदोलन तेज किया जाएगा। तरसेम चौधरी ने कहा कि एचआरटीसी पैंशनर्ज को रिटायरमैंट भत्तों का भुगतान नहीं हुआ है। ये भत्ते करीब 300 से 350 करोड़ रुपए के बताए जा रहे हैं। इसके अलावा पैंशनर्ज ने हर माह की पहली तारीख को पैंशन देने की मांग की। संगठन का कहना है कि प्रबंधन के साथ हुई बैठकों में सार्थक परिणाम नहीं निकल पाए हैं। यहां तक कि परिवहन मंत्री कार्यालय में पत्राचार के बावजूद कोई हल नहीं निकल पाया है। संगठन को अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है। एचआरटीसी के पैंशनर्ज आराम करने की उम्र में आंदोलन करने को मजबूर हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जोरावर स्टेडियम में प्रदर्शन कर रहे पैंशनर्ज से सीएम ने मुलाकात तक नहीं की, जिसके चलते अब संगठन द्वारा पहले डिप्टी सीएम और फिर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में प्रदर्शन किया जाएगा, जिनकी तिथियां जल्द तय की जाएंगी।