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देश में कितना रोज़गार बढ़ा?, देखे श्रम मंत्रालय की ताजा सर्वे रिपोर्ट

jantaserishta.com
27 Sep 2021 1:35 PM GMT
देश में कितना रोज़गार बढ़ा?, देखे श्रम मंत्रालय की ताजा सर्वे रिपोर्ट
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नई दिल्ली: श्रम मंत्रालय के तहत काम करने वाले लेबर ब्यूरो ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के लिए रोज़गार के आंकड़े का सर्वे रिपोर्ट जारी किया है. 2013-14 के मुक़ाबले भारत में संगठित क्षेत्र में रोज़गार पाए लोगों की संख्या में 29 फ़ीसदी बढोत्तरी दर्ज की गई है. संगठित क्षेत्र के लिए इस तरह का त्रैमासिक आंकड़ा पहली बार जारी किया गया है.

रोज़गार के मोर्चे पर लगातार आलोचना का शिकार हो रही मोदी सरकार ने आज बड़ा दावा किया. केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने 2021-22 की पहली तिमाही ( अप्रैल 2021 - जून 2021 ) का रोज़गार का आंकड़ा जारी किया. आंकड़ों के मुताबिक़ इस तिमाही में अर्थव्यवस्था के चुनिंदा 9 सेक्टरों में कुल 3.08 करोड़ लोग कार्यरत थे.
मंत्रालय के मुताबिक़ 2013-14 की आर्थिक जनगणना के आंकड़ों में 2.37 करोड़ लोग ही नौकरी कर रहे थे. इस लिहाज़ से रोज़गार में 29 फीसदी की बढोत्तरी दर्ज की गई है.
इन आंकड़ों के मुताबिक़ -
सबसे ज़्यादा ( 41% ) लोग विनिर्माण क्षेत्र में कार्यरत थे.
दूसरे नम्बर पर सबसे ज़्यादा लोग शिक्षा क्षेत्र ( 22% ) में कार्यरत थे.
स्वास्थ्य सेक्टर में 8% , व्यापार में 7% और आईटी/बीपीओ क्षेत्र में 7% लोग कार्यरत थे.
रिपोर्ट के मुताबिक़ रोज़गार की सबसे ज़्यादा बढोत्तरी आईटी/बीपीओ क्षेत्र में हुई है. इस क्षेत्र में 152% वृद्धि दर्ज की गई है.
वहीं स्वास्थ्य क्षेत्र में 77% , शिक्षा क्षेत्र में 39% और विनिर्माण ( Manufacturing ) क्षेत्र में 22% की बढोत्तरी दर्ज़ की गई है.
रिपोर्ट में पिछले साल लॉकडाउन के दौरान रोज़गार की स्थिति के बारे में भी जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में ये स्वीकार किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान ( 25 मार्च 2020 से 30 जून 2020 ) क़रीब 23 लाख लोगों को अस्थायी तौर पर बेरीज़गार होना पड़ा.
इस 27 फीसदी प्रतिष्ठानों में रोज़गार पाए लोगों की संख्या में कमी दर्ज़ की गई, जबकि क़रीब 70 फीसदी प्रतिष्ठानों में कोई बदलाव रिकॉर्ड नहीं किया गया. सबसे कम प्रभाव स्वास्थ्य और वित्तीय सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों पर पड़ा.
सर्वे रिपोर्ट अर्थव्यवस्था के 9 सेक्टरों में रोज़गार की स्थिति के आधार पर तैयार की गई है. इनमें विनिर्माण, स्वास्थ्य, आईटी / बीपीओ, व्यापार, वित्तीय सेवाएं, शिक्षा, ट्रांसपोर्ट, होटल एवं रेस्टोरेंट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर को शामिल किया गया है.
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