भारत
खौफनाक हत्या! सोशल मीडिया पर बनी दोस्त से मिलने दूसरे राज्य पहुंचा, फिर...
jantaserishta.com
14 Aug 2024 10:41 AM GMT
x
ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध.
छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाडा के एक लड़के की पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में हत्या कर दी गई. पुलिस को एक माह बाद मृतक का कंकाल मिला है. लड़का छिंदवाड़ा से कैब बुक करके करीब 1100 किलोमीटर दूर अपनी सोशल मीडिया फ्रेंड से मिलने गया था. कैब ड्राइवर का बयान है कि लड़की के घरवालों ने हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिया था. फिलहाल पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
दरअसल, पूरा मामला यह है कि छिंदवाड़ा के गुरैया में रहने वाले गजेंद्र चौधरी (18 साल) के पिता बीते 8 अगस्त को अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट देहात थाना में दर्ज कराई. रिपोर्ट में लिखवाया कि गजेन्द्र चौधरी पश्चिम बंगाल गया था. उसका कोई पता नहीं चल रहा है. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की.
गजेंद्र के परिजनों ने कैब ड्राइवर अनिकेत सोलंकी पर संदेह जताया. शंका जाहिर की कि बेटे की गुमशुदगी में ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध है. पुलिस ने अनिकेत से बारीकी से पूछताछ की.
कैब ड्राइवर ने पुलिस को बताया, छिंदवाड़ा से गजेंद्र चोधरी के साथ वो पश्चिम बंगाल के जिला मिदनापुर गया था. वहां जाकर गजेंद्र ने सोशल मीडिया फ्रेंड युवती से मुलाकात की. जहां युवती के परिजनों ने गजेंद्र को पीट पीटकर अधमरा कर दिया. इसके बाद घायल अवस्था में गजेंद्र को मुझे सौंप दिया. मैं उसको साथ में लेकर निकला तो रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई. तब मैंने घबराकर गजेंद्र के शव को जंगल में फेंक दिया था और छिंदवाड़ा वापस आ गया.
जब पुलिस को ड्राइवर की बातें गंभीर लगीं तो देहात थाना प्रभारी और उनकी टीम पश्चिम बंगाल पहुंची. जिला मिदनापुर की पुलिस की सहायता से ड्राइवर अनिकेत की निशानदेही पर जंगल में गजेंद्र का शव तलाशा लेकिन एक नरकंकाल बरामद हुआ. वहीं आसपास पुलिस को मृतक के जूते और घड़ी मिली. फोटो के आधार पर गजेंद्र के परिवारवालों ने उसकी पहचान कर ली.
छिंदवाड़ा एसपी मनीष खत्री ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जिले की पुलिस साथ में थी. वहां की फॉरेंसिक टीम ने नर कंकाल का परीक्षण किया और अब बंगाल पुलिस अग्रिम कार्रवाई करने में जुटी है. दोनों जगह की पुलिस जांच में जुटी है. आगे विवेचना में स्थिति स्पष्ट होगी. जानकारी मिली है कि गजेंद्र का पहले भी पश्चिम बंगाल आना-जाना रहा है.
Next Story