दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल तक किसी को सहकारिता मंत्रालय बनाने की सोच नहीं आई। नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव में ये मंत्रालय बनाया क्योंकि वो जानते हैं कि सहकारिता मौजूदा वक्त में बेहद प्रासंगिक है और सबका साथ, सबका विकास का मंत्र सहकारिता के आधार पर ही सफल हो सकता है। गृह मंत्री अहमदनगर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
शाह ने कहा कि हमें सहकारी आंदोलन को कमियों से आजाद करने की जरूरत है। एक समय था जब महाराष्ट्र के जिला सहकारी बैंकों की ओर देखा जाता था लेकिन आज केवल तीन ही बचे हैं। कैसे हुए करोड़ों रुपये के घोटाले? क्या आरबीआई ने ऐसा किया? नहीं आरबीआई ने ऐसा नहीं किया... मैं राजनीतिक टिप्पणी करने नहीं आया हूं...सहकारिता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को बताना चाहता हूं कि केंद्र सरकार उनके साथ है लेकिन साथ ही हमें दक्षता बढ़ाने, पेशेवर छात्रों को लाने और उन्हें कमान देने की भी जरूरत है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के लोनी में आयोजित 'सहकार परिषद एवं कृषि सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कहा कि यह वह धरती है जहां से सहकारिता का बिगुल पूरे देश में फूंका गया। मैं देश भर के सहकारिता आंदोलन के लोगों से अपील करना चाहूंगा कि एकबार उन्हें यहां की पावन धरती का आशीर्वाद लेना चाहिए। गुजरात में भी एक सफल सहकारिता का आंदोलन चला। मौजूदा वक्त में अमूल इस आंदोलन की सफलता की तस्दीक करता है। यह कोआपरेटिव आज 50 हजार करोड़ रुपए का टर्नओवर कर रही है।