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देवगढ़: ओडिशा के देवगढ़ जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार दोपहर बिजली गिरने से कम से कम 10 स्टूडेंट्स गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने कहा कि तिलीबनी ब्लॉक के पुतुरापासी प्राथमिक विद्यालय में 17 स्टूडेंट्स क्लास में थे, तभी बिजली गिर गई, जिसमें कम से कम 10 गंभीर रूप से झुलस गए. बिजली गिरने से छत में एक छेद भी हो गया और क्लास का फर्श टूट गया. देवगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद बेहरा ने कहा कि बिजली गिरने के दौरान तेज बारिश हो रही थी.
बेहरा ने कहा, हमने तुरंत एक एम्बुलेंस को बुलाया और सभी स्टूडेंट्स को जिला अस्पताल ले जाया गया. माना जाता है कि चार छात्रों की हालत गंभीर है क्योंकि उनके शरीर के कुछ अंग ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. सभी घायल बच्चे तीसरी और पांचवीं कक्षा के हैं. इस बीच, कटक में एक 55 वर्षीय किसान की बिजली गिरने से मौत हो गई. किसान अपने खेत में था. स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया.
मौसम विभाग ने शुक्रवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की संभावना है. हालांकि विभाग ने चक्रवात की आंशका को खारिज किया है. अमेरिका के संयुक्त तूफान चेतावनी केन्द्र द्वारा बृहस्पतिवार को चक्रवात की संभावना व्यक्त किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर तरह-तरह की जानकारियां साझा की जाने लगीं.
आईएमडी महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, इस बार चक्रवात का अनुमान नहीं है. हमने कभी नहीं कहा कि मौसम संबंधी यह घटनाक्रम चक्रवात का रूप ले लेगा. उन्होंने कहा कि गहरे दबाव के क्षेत्र के कारण तट के पास 60 से 65 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है, जिसके आगे बढ़ने पर कमजोर पड़ने की संभावना है. महापात्रा ने कहा, उत्तरी ओडिशा में आज सबसे ज़्यादा बारिश होगी जबकि कल पश्चिमी जिलों में भारी बारिश का अनुमान है.
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी.के. जेना ने कहा कि आईएमडी ने चक्रवात के कोई संकेत नहीं दिए हैं. जेना ने कहा, हमारे विशेषज्ञों ने आईएमडी और जेटीडब्ल्यूसी दोनों के मॉडल का अध्ययन किया है। दोनों लगभग एक जैसे मौसम संबंधी घटनाक्रम का संकेत देते हैं. जेटीडब्ल्यूसी ने कहीं ऐसा नहीं कहा है कि यह चक्रवात का रूप ले लेगा."
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