यूपी। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाया है. इसके साथ ही अयोध्या के संत राजू दास द्वारा उनका सिर काटने पर 21 लाख का इनाम देने के ऐलान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर सच-मुच संत होते तो मुझे श्राप देकर भस्म कर देते, बहुत से लोग हिस्ट्रीशीटर-अपराधी संत बन कर बैठ गए हैं.
कानपुर पहुंचे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाने से किया इंकार किया. इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके कहा, 'हर असंभव कार्य को संभव करने का नौटंकी करने वाले एक धाम के बाबा की धूम मची है, आप कैसे बाबा है जो सबसे सशक्त पीठ के महंत होने के बावजूद सिर तन से जुदा करने का सुपारी दे रहे हैं, श्राप देकर भी तो भस्म कर सकते थे, 21 लाख भी बचता, असली चेहरा भी बेनकाब न होता.'
रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाकर सुर्खियों में आए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों धमकी देने वाले साधु-संतों पर हमलावर हैं. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा.'
इससे पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके कहा, 'देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा. सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये. कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी. धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी.'