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भारतीय पत्रकारिता का इतिहास अधूरा

Sonam
12 July 2023 4:49 AM GMT
भारतीय पत्रकारिता का इतिहास अधूरा
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भारतीय पत्रकारिता का इतिहास आईआईएमसी के विद्यार्थियों के बिना अधूरा है. अपनी प्रतिभा से भारतीय जन संचार संस्थान के विद्यार्थियों ने पूरे विश्व में संस्थान का नाम रोशन किया है.

नई दिल्ली. भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) में मंगलवार को महानिदेशक प्रो। (डॉ।) संजय द्विवेदी का विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर प्रो। द्विवेदी ने बोला कि आईआईएमसी के शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर पत्रकारिता की नयी इबारत लिख सकते हैं. भारतीय पत्रकारिता का इतिहास आईआईएमसी के विद्यार्थियों के बिना अधूरा है. अपनी प्रतिभा से भारतीय जन संचार संस्थान के विद्यार्थियों ने पूरे विश्व में संस्थान का नाम रोशन किया है. कार्यक्रम में अपर महानिदेशक डाक्टर निमिष रुस्तगी एवं डीन (अकादमिक) प्रो। गोविंद सिंह सहित समस्त संकाय सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे.

भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी), नयी दिल्ली को राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ मीडिया संस्थान बनाए रखने की दृष्टि से महानिदेशक प्रो। संजय द्विवेदी का कार्यकाल याद रखा जाएगा. वे तीन साल से संस्थान के महानिदेशक हैं. 12 जुलाई, 2023 को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है. पिछले तीन सालों में प्रत्येक सर्वेक्षण में आईआईएमसी को राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ मीडिया प्रशिक्षण संस्थान घोषित किया गया है. इसका श्रेय प्रो। द्विवेदी के कुशल प्रशासक और योजक व्यक्तित्व को जाता है.

अपने कार्यकाल में प्रो। द्विवेदी ने जहां आईआईएमसी द्वारा प्रकाशित दो यूजीसी-केयर सूचीबद्ध अध्ययन पत्रिकाओं ‘संचार माध्यम’ और ‘कम्युनिकेटर’ को रिलांच किया, वहीं तीन नयी पत्रिकाएं ‘राजभाषा विमर्श’, ‘संचार सृजन’ और ‘आईआईएमसी न्यूज’ भी प्रारम्भ कीं. जम्मू और अमरावती में हिंदी पत्रकारिता का पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के अतिरिक्त प्रो। द्विवेदी ने आइजोल सहित तीन केंद्रों पर डिजिटल मीडिया का नया पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ किया. इसके अतिरिक्त उन्होंने ‘शुक्रवार संवाद’ जैसा रचनात्मक प्रयोग भी प्रारंभ किया, जो विद्यार्थियों के बीच बहुत चर्चित रहा. सोशल मीडिया के माध्यम से आईआईएमसी की पहचान को विस्तार देने में भी प्रो। द्विवेदी की बड़ी किरदार रही है. नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दक्षिण दिल्ली के अध्यक्ष के रूप में भी प्रो। द्विवेदी ने 76 संस्थाओं को हिंदी में काम करने के लिए प्रेरित किया.

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