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ऐतिहासिक कारनामा, रेलवे के इंजीनियर ने रेल इंजन को ही बेच डाला
jantaserishta.com
20 Dec 2021 5:24 AM GMT
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अब तक फिल्मों में ताजमहल और गंगा घाट को बेचते हुए देखा गया था।
पूर्णिया: अब तक फिल्मों में ताजमहल और गंगा घाट को बेचते हुए देखा गया था। लेकिन अब असलियत में भी ऐसी घटनाएं होने लगी है। यहां रेलवे में काम करनेवाले एक इंजीनियर ने पूरा रेल इंजन ही बेच दिया है। यहां तक कि अधिकारियों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। इस गड़बड़ी के बारे में जानकारी तब मिली जब ऑन ड्यूटी एक महिला सिपाही संगीता कुमारी ने इसकी जांच शुरू की। उसकी रिपोर्ट के आघार पर अब आरपीएफ के दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर रविवार देर शाम प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से जुड़ा है मामला
मामला पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से जुड़ा बताया गया है। आरोप है कि समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक इंजीनियर राजीव रंजन झा ने डीएमई का फर्जी कार्यालय आदेश दिखाकर रेलवे मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़ी छोटी लाइन का पुराना वाष्प इंजन स्क्रैप माफियाओं के हाथ बेच डाला। मामला उजागर नहीं हो इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत एक दारोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर एक पिकअप वैन स्क्रैप के अंदर प्रवेश करने संबंधी एंट्री भी करवा दी।
गड़बड़ी तब शुरू हुई, जब बीते 14 दिसंबर 2021 को समस्तीपुर डीजल शेड के इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव के साथ पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़ी पुराने वाष्प इंजन को गैस कटर से कटवा हुए मिले। जब पूर्णिया आउट पोस्ट प्रभारी एमएम रहमान आर ने रोका तो इंजीनियर ने डीजल शेड के डीएमई का पत्र दिखाते हुए आरपीएफ को लिखित रूप से मेमो दिया कि इंजन का स्क्रैप वापस डीजल शेड ले जाना है। अगले दिन सिपाही संगीता ने स्क्रैप लोड पिकअप के प्रवेश की एंट्री देखी लेकिन स्क्रैप था ही नहीं। संगीता ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी।
DME ने आदेश जारी होने से किया इनकार
इस चोरी को लेकर आरपीएफ की पूछताछ के दौरान डीएमई ने कहा, इंजन का स्क्रैप लाने के लिए डीजल शेड से कोई आदेश जारी नहीं हुआ। सिपाही संगीता की सूचना के बाद स्क्रैप की खोज शुरू हुई। मंडल सुरक्षा आयुक्त एके लाल ने बताया कि एमएम रहमान ने डीजल शेड से जारी पत्र के बारे में जांच शुरू की तो शेड के डीएमई ने इस तरह का कोई भी पत्र कार्यालय से जारी करने की बात से इनकार कर दिया। दो दिनों तक खोज के बाद भी कहीं स्क्रैप लोड वाहन की जानकारी नहीं मिली। फिर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
इस मामले में पूर्णिया कोर्ट स्थित आरपीएफ के दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर रविवार देर शाम प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। उधर, डीआरएम आलोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर व हेल्पर के अलावा डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला उजागर होने के बाद से फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए आरपीएफ की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
पूरी मामले की जांच शुरू कर दी गई है। तत्काल डीजल शेड के दो कर्मी व एक आरपीएफ दारोगा को निलंबित किया गया है। -आलोक अग्रवाल, डीआरएम, समस्तीपुर रेलमंडल
फर्जी रूप से डीजल शेड के आवक रजिस्टर पर पिकअप वैन एंट्री करने के मामले में दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। -एके लाल, मंडल सुरक्षा आयुक्त
पूर्णिया से पुराने वाष्प इंजन का स्क्रैप लाने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कर्मी राजीव द्वारा दिखाया गया पत्र फर्जी है। राजीव रंजन झा व सुशील कुमार को निलंबित किया गया है। -संजय पासवान, डीएमई
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