पुलिस का कहना है कि उसे शिकायत मिली है और मामले की जांच की जा रही है. हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी को 18 अक्टूबर, 2018 को लखनऊ में गला काटने से पहले गोली मारी गई थी. यह घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी में उनके कार्यालय में हुई थी. तिवारी ने दिसंबर 2015 में पैगंबर मुहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद खूब बवाल हुआ था. उनके बयानों के कारण कई मुस्लिम समूहों ने कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया, जिनमें से कुछ विरोध करने वाले संगठनों ने उनके सिर काटने की मांग की. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और राजस्थान के टोंक में प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि कमलेश तिवारी का 'सिर काट दिया जाना चाहिए.'
भगवा कुर्ता पहने आरोपी मिठाई के डिब्बे में छिपाकर चाकू और पिस्टल लाए थे. इसके बाद उन्होंने कमलेश तिवारी को पहले गोली मारी फिर चाकू से ताबड़तोड़ कई वार किए. हत्या के बाद आरोपी भाग निकले. बाद में दोनों को राजस्थान और गुजरात सीमा पर गिरफ्तार किया गया था. पकड़े गए आरोपियों शेख अशफाक और पठान मोइनुद्दीन ने बताया था कि वे कमलेश तिवारी की तरफ से 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान से नाराज थे.