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हिजाब विवाद में हिंदू महासंघ की एंट्री, निकाला जुलूस, महिलाओं ने पहनी केसरिया साड़ी

jantaserishta.com
10 Feb 2022 11:21 AM GMT
हिजाब विवाद में हिंदू महासंघ की एंट्री, निकाला जुलूस, महिलाओं ने पहनी केसरिया साड़ी
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क्या है मामला?

पुणे: कर्नाटक हिजाब मामले को लेकर पूरे देश में विवाद छिड़ा हुआ है. कुछ लोग स्कूलों में हिजाब पहनने का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसका विरोध कर रहे हैं. पुणे में हिंदू महासंघ ने कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब बैन के समर्थन में जुलूस निकाला. हिंदू महासंघ की महिलाओं ने गुरुवार को केसरिया रंग की साड़ी और ड्रेस पहनकर जुलूस निकाला.

पुणे के कुलदेवता कसबा गणपती मंदिर से इस जुलूस यात्रा की शुरुआत हुई. शनिवार बाड़े तक ये जुलूस यात्रा निकाली गई. महासंघ की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा, मुस्लिम परिवार और उनके परिजनों द्वारा स्कूलों में बच्चों के हिजाब पहनने का समर्थन किया जा रहा है और इसलिए हमने फैसला किया है कि हम हमारे बच्चों को केसरिया रंग के ड्रेस में स्कूल भेजेंगे.
मध्यप्रदेश के भोपाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में लड़कियां हिजाब पहनकर बाइक चलाते दिख रही हैं. इससे पहले भी लड़कियां हिजाब पहनकर अपना विरोध दर्ज करा चुकी हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो में लड़कियां एक बुलेट और एक स्पोटर्स बाइक चलाती दिख रही हैं. दोनों के पीछे दो और लड़कियां भी बुर्का पहने बैठी हुई हैं. वीडियो में बाइक पर पीछे बैठी एक लड़की फ्लाइंग किस भी दे रही है.
दूसरा वीडियो जो श्यामला हिल्स इलाके का है उसमें एक ही बुलेट पर चार लड़कियां बुर्का पहने हुए दिख रही है. अभी पुलिस में इस वीडियो को लेकर कोई शिकायत नहीं हुई है ना ही अब तक यह पता चल पाया है कि वीडियो कब बनाया गया है.
कर्नाटक सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इस वजह से अब सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तो तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी, प्राइवेट स्कूल भी अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं.
इस फैसले को लेकर विवाद पिछले महीने जनवरी में तब शुरू हुआ था, जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज में एंट्री ली थी. विवाद इस बात को लेकर था कि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया था, लेकिन वे फिर भी पहनकर आ गई थीं. उस विवाद के बाद से ही दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब को लेकर बवाल शुरू हो गया.
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