भारतीय स्टार धावक हिमा दास को डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) नियुक्त कर दिया गया है। शुक्रवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के हाथों उन्हें अपॉइंटमेंट लेटर और वर्दी मिली। इस पर हिमा ने कहा कि उनके बचपन का सपना पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि वे एथलेटिक्स करियर को नहीं छोड़ेंगी। फरवरी में असम सरकार की कैबिनेट ने हिमा दास समेत स्पोर्ट्स कोटे से क्लास-1 और क्लास-2 के लिए कई अधिकारियों को नियुक्त किया था। हिमा ने 2018 में फिनलैंड में हुई अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 400 मीटर रेस में गोल्ड जीता था। वे ट्रैक इवेंट में ऐसा करने वाली देश की पहली एथलीट बनीं थीं। उन्होंने 51.46 सेकेंड में यह रेस पूरी की थी।
हिमा ने कहा, 'मेरा बचपन से ही पुलिस बनने का सपना था। स्कूल टाइम में मैं हमेशा यही सोचती थी कि एक दिन पुलिस ऑफिसर बनूंगी। मेरी मां भी यही सपना देखती थीं। मां ने मुझे बचपन में दुर्गा पूजा के दिन एक खिलौने वाली बंदूक खरीदकर दी थी। उन्होंने कहा था कि बड़ी होकर असम में एक अच्छी पुलिस अधिकारी बनना और लोगों की रक्षा करना।'
हिमा ने 2018 के जकार्ता एशियन गेम्स के 4x400 मीटर मिक्स्ड रिले में सिल्वर जीता था लेकिन गोल्ड जीतने वाली टीम पर डोपिंग की वजह से बैन लगने पर गोल्ड भारतीय टीम को मिला। वहीं, महिलाओं की 4x400 रिले रेस में भी उन्होंने स्वर्ण जीता। 2019 में भी उन्होंने कामयाबी का यह सिलसिला बरकरार रखा।
I'm so happy that one of my biggest dreams came true today. I am proud to be the DSP, @assampolice .
— Hima (mon jai) (@HimaDas8) February 26, 2021
It's an honour I will always wear with pride.
I would like to thank our CM @sarbanandsonwal sir, @himantabiswa sir and @KirenRijiju sir for their constant support.
Contd..1/2 pic.twitter.com/ftgA16goqf