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हाई वोल्टेज ड्रामा जारी: वरमाला के बाद भागकर दूल्हे ने की दूसरी शादी, अब हुआ ये...

jantaserishta.com
7 July 2021 7:07 AM GMT
हाई वोल्टेज ड्रामा जारी: वरमाला के बाद भागकर दूल्हे ने की दूसरी शादी, अब हुआ ये...
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मामला लगातार तूल लेता नजर आ रहा है.

राजस्थान में सीकर जिले की तारपुरा ग्राम पंचायत में फेरों के मंडप से दहेज की बात को लेकर दूल्हे एवं उसके परिवार द्वारा शादी को छोड़कर जाने का मामला लगातार तूल लेता नजर आ रहा है. सोमवार को पीड़िता और उसके परिवार द्वारा न्याय की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया था लेकिन पुलिस द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं होने पर सोमवार देर रात से ही पीड़िता और उसका परिवार दादिया थाने के बाहर धरने पर बैठ गया था.

पूरे प्रकरण में शादियों की गुत्थम-गुत्थी सामने आती जा रही है. पहले झुंझुनूं के तारपुरा गांव निवासी किसान सुरजाराम जांगिड़ की बेटी सुभीता की बुगाला से 3 जुलाई को बारात आई जो विवाद होने पर फेरों से पहले ही लौट गई. इसके बाद सुभीता के भाई पंकज की शादी बजावा गांव निवासी जिस कंचन से होनी थी, सोमवार को अजय ने उससे शादी कर ली. अब उसी कंचन के दो भाई वीरेन्द्र व जितेन्द्र बुधवार को अजय की दो बहनों को प्रियांशु व किस्मत को ब्याहने आएंगे. इन सबके बीच सुभीता व ग्रामीण अजय की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं.
बीजेपी के उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल एवं जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि कानाराम जाट भी उनके साथ धरने पर बैठे थे जिन्हें मंगलवार शाम दादिया पुलिस थाने के स्टाफ द्वारा हटा दिया गया और उनके द्वारा लगाए गए टेंट को भी हटवा दिया गया और धरने पर बैठे 9 लोगों को शांति भंग 151 में गिरफ्तार कर लिया गया.
यह सूचना मिलने पर सीकर लोकसभा क्षेत्र सांसद सुमेधानंद सरस्वती मौके पर पहुंचे और पुलिस उपाधीक्षक राजेश आर्य से बात की और कहा कि मामले की सही जांच करें. इस मामले में सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती का कहना है कि पुलिस द्वारा धरने पर बैठे लोगों से ऐसी हरकत करना लोकतंत्र के लिए एक बेहद बुरी घटना है जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और हम तब तक यहीं बैठे रहेंगे जब तक पीड़िता और उसके परिवार को न्याय नहीं मिलता है. अब बुधवार से हमारे द्वारा इस आंदोलन को और भी मजबूत किया जाएगा. फिलहाल पीड़िता एवं उसका परिवार थाने के बाहर ही बैठा है.
इस दौरान जानकारी देते हुए लोकसभा क्षेत्र सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने बताया कि 4 दिन पहले सीकर जिले की तारपुरा ग्राम पंचायत में सुरजाराम राम जांगिड के परिवार में सुभीता नाम की लड़की की शादी थी जहां वरमाला तक सभी कार्यक्रम सही ढंग से पूरे हुए जिसके पश्चात दूल्हे एवं उसके परिवार द्वारा लड़की के घरवालों से गाड़ी की मांग की गई जहां गरीब परिवार होने के कारण उनके द्वारा साफ इंकार कर दिया गया. उसके बाद दूल्हा एवं उसका परिवार फेरों के मंडप के बीच से ही वहां से शादी छोड़कर चले गए.
हालांकि, लड़की और उसका परिवार लगातार एफआईआर दर्ज करवाने के लिए घूमते रहे जहां उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल भी मामले को लेकर सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक से मिले थे लेकिन उनके द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं करने पर पीड़िता एवं उसके परिवार द्वारा दादिया थाने के बाहर सोमवार रात से ही धरना शुरू कर दिया गया था लेकिन धरने पर बैठे लोगों को थाने के स्टाफ द्वारा धरना स्थल पर लगाए गए टेंट को उखाड़ दिया और उन्हें वहां से हटा दिया जो कि लोकतांत्रिक दृष्टि से गलत है क्योंकि यदि कोई व्यक्ति थाने के बाहर बैठकर धरना देता है तो वह अनुचित नहीं है.
सांसद ने कहा कि मामले को लेकर आईजी का कहना है कि आप के लोगों के द्वारा गुंडागर्दी की गई. पुलिस थाने के अंदर टेंट लगा दिए गए और यही बात पुलिस अधीक्षक द्वारा कही जा रही है तो ऐसे में अधिकारियों को मिस गाइड करके यह बहुत गलत कार्य किया गया है. सांसद ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता थाने में हैं और जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक हमारे कार्यकर्ता यहां से हटेंगे नहीं और अब बड़ी संख्या में हम इस आंदोलन को मजबूत बनाएंगे. जब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि सत्ता के लोकतंत्र में आवाज दबाई नहीं जा सकती.


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