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पीलीभीत के सेहारामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र में असम हाईवे पर खड़ी डीसीएम से तेज रफ्तार कार टकरा गई। हादसे में लखनऊ के मोहल्ला खदरा निवासी अब्दुल्ला, उनकी पत्नी साईमा राहत उर्फ अमरीन, चचेरी बहन बुतुल, मरियम की घटना स्थल पर मौत हो गई। कार सवार अब्दुल्ला की आठ महीने की पुत्री अभीया और मरियम का भाई आमीन घायल हो गया। दोनों घायलों को इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया है। सभी लोग कार से नैनीताल जा रहे थे। बताया जा रहा है कि हादसा नींद की झपकी आने से हुआ। कार की रफ्तार भी तेज थी।
हादसा शनिवार रात करीब तीन पूरनपुर हाईवे पर शाहजहांपुर की सीमा से तीन किलोमीटर पहले कजरी निरंजनपुर गांव के पास हुआ। कार सवार लखनऊ से पीलीभीत की तरफ आ रहे थे। असम हाईवे पर शाहजहांपुर की सीमा से करीब तीन किलोमीटर पहले मुर्गों को लेकर जा रही डीसीएम शनिवार रात को खराब हो गई थी। डीसीएम सवार मुर्गों को दूसरे वाहन से ले गया। डीसीएम हाईवे किनारे खड़ी कर दी।
रात करीब तीन बजे लखनऊ की ओर से आ रही कार डीसीएम में पीछे से घुस गई। कार की गति काफी तेज थी। हादसे में कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। कार अब्दुल्ला चला रहा था। अब्दुल्ला के चाचा और बुतुल के पिता नसीम ने बताया कि अब्दुल्ला अपनी पत्नी, पुत्री और उसकी पुत्री बुतुल, भाई इजहार की पुत्री मरियम को साथ लेकर कार से नैनीताल जाने के लिए शनिवार रात 11 बजे घर से निकले थे।
रात करीब साढ़े तीन बजे किसी ने अब्दुल्ला के मोबाइल से हादसे की जानकारी दी। सूचना पर एसओ सेहरामऊ उत्तरी मदन मोहन चतुर्वेदी पुलिस टीम के साथ मौके पर पंहुचे। कार सवार अब्दुल्ला की आठ महीने की पुत्री अभीया और मरियम का भाई आमीन ही जिंदा बचे थे शेष सभी चारों लोगों की मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने घायलों को कार से निकलवाकर सीएचसी भेजा। सीएचसी से दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिनको इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया है। इसके बाद अब्दुल्ला, उनकी पत्नी साईमा राहत, चचेरी बहन बुतुल व मरियम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एएसपी अनिल कुमार यादव ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। हालांकि सीओ आलोक सिंह ने बताया कि कार सवार लखनऊ से पीलीभीत चूका घूमने आ रहे थे। इसके बाद नैनीताल घूमने जाते।
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