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हाईग्रेड फीवर के मामले, जानें डिटेल्स

jantaserishta.com
29 Aug 2022 9:30 AM GMT
हाईग्रेड फीवर के मामले, जानें डिटेल्स
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

वाराणसी: यूपी के जिलों में मौसम में परिवर्तन के कारण वायरल बुखार का दायरा बढ़ने लगा है। कानपुर के बाद वाराणसी में तेजी से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वाराणसी में पिछले 15 दिनों के दौरान हाईग्रेड फीवर (103 से 104 डिग्री फारेनहाइट) के करीब 19 हजार मरीज ट्रेस हुए हैं। इनमें मलेरिया के चार और डेंगू का एक मरीज भी चिह्नित हुआ है। इन दिनों जिला और मंडलीय अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। डॉक्टर लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों से पीड़ित लोगों का पता लगाने के लिए घर-घर अभियान चला रहा है। अभियान के तहत बुखार के 19 हजार मरीज मिले हैं। कबीरचौरा के मंडलीय अस्पताल की ओपीडी में हर रोज बुखार के 500 से अधिक जबकि पांडेयपुर के जिला अस्पताल में हर रोज 400 से 450 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं।
मंडलीय अस्पताल के फिजीशियन डॉ. एसबी उपाध्याय ने बताया कि ज्यादातर मरीजों को तेज बुखार हो रहा है। उन्हें कमजोरी लग रही है और पूरे शरीर में दर्द हो रहा है। उन्होंने कहा कि तीन दिन से अधिक बुखार बने रहने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
इस बुखार में भी घट रही प्लेटलेट्स जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि हाईग्रेड बुखार में भी प्लेटलेट्स कम हो रही हैं। कई मरीजों का प्लेटलेट घट कर 30 हजार तक पहुंच गया। उन्होंने आगाह किया कि लाल चकत्ते, खुजली, बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसी स्थिति में देर होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है।
बच्चे अधिक प्रभावित मंडलीय अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि बच्चे सर्दी-खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त और डेंगू, मलेरिया से पीड़ित हो रहे हैं। ठंड देकर आने वाला बुखार मलेरिया हो सकता है।

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