चेन्नई/नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण भीषण चक्रवात 'निवार' (Cyclone Nivar) के 25 नवंबर को इसके तमिलनाडु और पुडुचेरी (Tamil Nadu-Puducherry) के तटीय क्षेत्र से टकराने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि यह तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से 25 नवंबर को दोपहर तक करईकाल और मामल्लापुरम के बीच 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से टकरा सकता है और इसकी गति बढ़कर 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. चक्रवात के असर से तमिलनाडु और पुडुचेरी में 25 और 26 नवंबर को भारी बारिश हो सकती है. इस कारण नागपट्टनम जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं, हालातों को देखते हुए मछुआरों को 26 नवंबर तक समुद्र के किनारे पर न जानें की सलाह दी गई है. आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा है कि आंध्र प्रदेश में भी प्रमुख विभागों को तटीय एवं रायलसीमा क्षेत्रों के अधिकांश जिलों में अगले तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है.
मंगलवार से तमिलनाडु के कई इलाकों में हो रही बारिश और जलभराव को देखते हुए भारतीय नौसेना भी अलर्ट हो गई है. निवार चक्रवात से निपटने के लिए 5 बाढ़ राहत दल और एक गोताखोरी टीम को चेन्नई में तैनात किया गया है. इसके साथ ही नेवल डिटैचमेंट नागपट्टिनम, रामेश्वरम और एयर स्टेशन आईएनएस परुंडु में स्टैंडबाय पर एक-एक बाढ़ राहत दल को रखा गयाा है. INS ज्योति HADR ईंट और डाइविंग टीमों को तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट पर तैनात किया गया है.
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए 30 टीमें तैयार की गई हैं. इनमें से 12 टीमों की पूर्व तैनाती कर दी गई है और 18 टीमों को तैयार (स्टैंडबाय) रखा गया है. इस बीच तमिलनाडु के राजस्व मंत्री आरबी उदयकुमार ने मीडिया को बताया कि चक्रवात से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की छह टीमों को कुड्डलोर भेजा गया है.