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उत्तराखंड में आज भी भारी बारिश की चेतावनी, कई इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी
Deepa Sahu
29 Aug 2021 9:17 AM GMT
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उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है।
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में राजधानी देहरादून समेत गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक कई इलाकों में बादल छाए हैं। वहीं, मौसम विभाग ने आज रविवार को प्रदेश के गढ़वाल एवं कुमांऊ मंडल में बारिश की संभावना जताई है। अनेक स्थानों पर तेज बौछारों और गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड के नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर एवं पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं- कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। कहीं-कहीं पर आकाशीय बिजली चमकने साथ गर्जन की संभावना जताई है। वहीं दून में गर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
तेज बहाव में फंसी कार, पुलिस ने सवारों को बचाया
खैरीमानसिंह सहस्रधारा रोड पर चेतावनी बोर्ड और पुलिस की बैरिकेडिंग को नजरअंदाज करते हुए कार सवार नदी के तेज बहाव में चले गए। फंसे तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुला लिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने जान पर खेलकर कार सवार दोनों युवकों को सकुशल बचा लिया।
एसओ रायपुर दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि पुलिस ने यहां पर बैरिकेड और पत्थर भी लगाए हुए थे। ताकि, लोग आगे तेज बहाव में न जाएं। बावजूद इसके कार सवारों ने बैरिकेड और पत्थर वहां से हटा दिए। शुक्रवार रात खैरीमान सिंह के ग्राम प्रधान ने मालदेवता चौकी में सूचना दी थी कि सड़क पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी में गिर गई है। इसमें कई लोग फंसे हुए हैं।
सूचना मिलते ही एसएसआई आशीष रावत, मालदेवता चौकी प्रभारी किशन देवरानी और कांस्टेबल प्रदीप व कांस्टेबल सुरेश रमोला मौके पर पहुंचे। वहां पता चला कि कार के अंदर दो व्यक्ति फंसे हुए थे। कांस्टेबल ने रस्सी के सहारे पानी के तेज बहाव में जाकर दोनों घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला और बमुश्किल दोनों को सुरक्षित निकालकर हॉस्पिटल पहुंचाया गया। मौके पर लगे बैरिकेट और पत्थरों को हटाया गया था। पुलिस का कहना है कि मौके पर मौजूद लोगों ने कार सवारों को समझाया भी, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। घायलों के नाम संजीत निवासी राजपुर और विनय गुप्ता निवासी निरवाना गुड़गांव हैं।
सात नेशनल हाईवे समेत 284 सड़कें बंद
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव से सात नेशनल हाईवे समेत कुल 284 सड़कें बंद हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर तपोवन से मलेथा तक वाहनों का आवागमन बंद है। लोनिवि की ओर से शनिवार को 71 सड़कों को खोलने का काम किया गया, लेकिन दूसरी तरफ 112 सड़कें अवरुद्ध हो गईं। वहीं, हल्द्वानी-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो गांव के पास सड़क का एक हिस्सा टूटकर खाई में समा गया।
शनिवार को लोनिवि की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में सात नेशनल हाईवे, 16 स्टेट हाईवे, नौ जिला मार्ग, सात अन्य जिला मार्ग, 40 ग्रामीण सड़कें (सिविल) और 33 ग्रामीण सड़कें पीएमजीएसवाई की यातायात के लिए बाधित हैं। लोनिवि, बीआरओ और दूसरी एजेंसियों की ओर से सड़कों को खोलने की कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को चार एनएच, 17 स्टेट हाईवे, तीन जिला मार्ग, चार अन्य जिला मार्ग, 28 ग्रामीण सड़कों और 15 पीएमजेएसवाई की सड़कों को खोलने का काम किया गया। लोनिवि ने कुल 71 सड़कों से मलबा हटाकर उन्हें यातायात के लिए सुचारू किया। विभिन्न मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी की संख्या भी बढ़ा दी गई है। लोनिवि और एनएच की ओर से सड़कों को खोलने का काम जारी है।
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