पीएम मोदी के देश के नाम संबोधन के बाद अब विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने पीएम मोदी के संबोधन पर तंज कसते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री के मुंह से झूठ व हल्की बात सुन कर मन को बहुत पीड़ा होती है.'' कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने यह बयान दिया है. वहीं, राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर सवाल पूछा है. उन्होंने लिखा है कि अगर वैक्सीनेशन सभी के लिए मुफ्त है तो फिर निजी अस्पताल पैसे क्यों लें?
उधर, सीपीआई(एम) ने ट्वीट कर लिखा है, राज्यों के दबाव व सुप्रीम कोर्ट की आलोचना के बाद पीएम मोदी गलत वैक्सीनेशन नीति को वापस लेने के लिए मजबूर हो गए. मुफ्त वैक्सीनेशन की मांग अंतत: स्वीकार की जानी थी.लेकिन वैक्सीनेशन की किल्लत के बीच 25 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पतालों को देने का फैसला गलत है, सीपीआईएम इसका विरोध करती है.
वहीं, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी पीएम मोदी के वैक्सीनेशन को लेकर किए गए ऐलान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि देर आए दुरुस्त आए. अब उम्मीद है कि राज्यों को उनकी डिमांड के मुताबिक वैक्सीन की सप्लाई मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद यह डैमेज कंट्रोल और छवि सुधारने का प्रयास है.
ओवैसी ने भी साधा निशाना
ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, एक और गैर जरूरी भाषण के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया. यह जानकारियां प्रेस रिलीज के जरिए भी दी जा सकती थीं. वैक्सीनेशन की नीति में बदलाव सुप्रीम कोर्ट के आदेश का नतीजा लगता है. फिर भी वैक्सीन नीति को लेकर राज्यों पर आरोप लगाया गया है. जबकि वैक्सीनेशन को लेकर मोदी सरकार फेल हुई है.