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नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में 10 किमी पैदल चलकर ग्रामीणों के बीच पहुंचा स्वास्थ्य दल

jantaserishta.com
20 Oct 2022 7:24 AM GMT
नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में 10 किमी पैदल चलकर ग्रामीणों के बीच पहुंचा स्वास्थ्य दल
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छत्तीसगढ़ में आम लोगों की जिंदगी को बदलने और उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिशें जारी है।
रायपुर (आईएएनएस)| छत्तीसगढ़ में आम लोगों की जिंदगी को बदलने और उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिशें जारी है। इसी क्रम में सभी को स्वास्थ्य सेवाएं मिले इसके प्रयास हो रहे हैं। इसका एक उदाहरण देखने को मिला धुर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में, जहां स्वास्थ्य अमले का दल 10 किलोमीटर पैदल चलकर सुदूर गांव तक पहुंचा। राज्य में एक तरफ हाट-बाजार आने वालों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है तो दूसरी ओर गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग का अमला पहुंच रहा है। दंतेवाड़ा के सुदूर और संवेदनशील क्षेत्रों में भी मेडिकल टीम पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलकर तथा पहाड़ी के रास्ते से होकर ग्राम बेंगापाल पहुंची और वहां शिविर लगाकर ग्रामीणों का उपचार किया। इस 22 सदस्यीय मेडिकल टीम में चिकित्सक मेडिकल स्टाफ शामिल थे।
स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम द्वारा लगातार दुर्गम और पहुंचविहीन क्षेत्रों का भ्रमण किया जा रहा है। विकासखण्ड कुआकोण्डा के ग्राम पंचायत गुमियापाल के आश्रित गांव बेंगापाल में मेडिकल टीम पहुंचे। 380 लोगों की आबादी वाले इस गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगभग 108 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। जिसमें मलेरिया की भी जांच की गई। लक्षण वाले मरीजों की लैब जांच के साथ ही निशुल्क दवाइयों का वितरण, मच्छरदानी का वितरण किया गया।
मेडिकल टीम के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा मलेरिया सहित विभिन्न मौसमी बीमारी से बचाव के लिए जरूरी सावधानियों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया गया। मेडिकल टीम द्वारा गर्भवती महिलाओं और बच्चों की भी जांच की गई। शिविर में बच्चों की जांच के दौरान दो बच्चों ने कुपोषण के गंभीर लक्षण दिखने के कारण उन्हें एनआरसी में भर्ती के लिए रेफर किया गया।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी पहुंचविहीन और संवेदनशील क्षेत्रों का चिन्हांकन कर वहां के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष पहल की जा रही है। मेडिकल टीम द्वारा गांव में लोगों के चिकित्सीय उपचार के साथ ही विभिन्न पैथालॉजी जांच की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। इसके अलावा ग्रामीणों को नि:शुल्क दवाईयां भी उपलब्ध करायी जा रही है।
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