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कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना से ठीक होने की दर बढ़ी है और रिकवरी रेट बढ़कर 90 फीसदी हो गया है. 24 राज्यों में केस घट रहे हैं. इस बीच डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि दूसरी डोज़ में अगर अलग वैक्सीन लग जाए तो चिंता की बात नहीं है.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने आज गुरुवार को आयोजित पीसी में कहा कि यह आश्वस्त करने वाला है कि कोरोना की दूसरी लहर में गिरावट आई है, और यदि समय आने पर प्रतिबंध व्यवस्थित रूप से खोले जाते हैं तो यह आगे भी कायम रहेगा. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर भी अब घट रही है. इस बीच वैक्सीनेशन की दर बढ़ रही है. इसे और तेज करना होगा तथा जल्दी ही रफ्तार पकड़ेगी.
उत्तर प्रदेश में गलती से एक शख्स को गलती से दो अलग-अलग वैक्सीन लग जाने को लेकर वीके पॉल ने कहा कि हमारा प्रोटोकॉल स्पष्ट है कि दिए गए दोनों डोज एक ही वैक्सीन की होनी चाहिए. इस मामले की जांच होनी चाहिए. अगर ऐसा हुआ भी है तो यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए. दूसरी वैक्सीन लग भी जाए तो कोई दिक्कत नहीं है.
कई और कंपनियों की वैक्सीन के बारे में वीके पॉल ने बताया कि सरकार विदेशी निर्माताओं के संपर्क में है. मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया हमारी प्राथमिकता है. फिलहाल कई वैक्सीन अभी पाइपलाइन में हैं.
फाइजर कंपनी की वैक्सीन के बारे में डॉक्टर पॉल ने कहा कि हम फाइजर के साथ जुड़े हुए हैं क्योंकि उन्होंने आने वाले महीनों में संभवतः जुलाई में वैक्सीन की एक निश्चित मात्रा की उपलब्धता का संकेत दिया है. उन्होंने सभी राष्ट्रों के प्रति दायित्व के पालन का अनुरोध किया है. हम उनके अनुरोध की पड़ताल कर रहे हैं. अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज गुरुवार को कहा कि देशभर में कोरोना के 2.11 लाख नए केस सामने आए जो पिछले 22 दिनों में सबसे कम है. आज 2.11 लाख नए केस आए तो 2.83 लाख ठीक भी हुए हैं.
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर अब ठीक होने वाले मामलों की संख्या दैनिक आधार पर दर्ज किए जा रहे मामलों से अधिक हो रही है. रिकवर होने की दर 85.6% से बढ़कर अब 90% हो गई है, यह एक सकारात्मक संकेत है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहले 531 जिलों में रोजाना करीब सौ केस आते थे लेकिन अब वहां पर केस में कमी आई है. पिछले 17 दिनों में 13 लाख केस रिकवर होकर ठीक हो गए हैं. साथ ही पिछले एक हफ्ते से 24 राज्यों में एक्टिव केस के मामले घट रहे हैं.
कोरोना टेस्टिंग के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि टेस्टिंग दर कारगर तरीके से बढ़ाई जा रही है और अब यह रोजाना 21 लाख की टेस्टिंग तक पहुंच गई है. 15 मई को देशभर में 17 लाख टेस्टिंग रोजाना होती थी जो अब बढ़कर 22 लाख रोजाना हो गई है. 26 मई को रिकॉर्ड 22,17,320 टेस्ट किए गए. 27 मई को अब तक 21,57,857 टेस्ट किए जा चुके हैं.
कोरोना संकट के बीच वैक्सीनेशन के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देशभर में अब तक 20.26 करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.
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