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राज्य परीक्षा विभाग का अध्यक्ष गिरफ्तार, TET पेपर लीक मामला

Nilmani Pal
17 Dec 2021 12:11 PM GMT
राज्य परीक्षा विभाग का अध्यक्ष गिरफ्तार, TET पेपर लीक मामला
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महाराष्ट्र। म्हाडा परीक्षा पेपर लीक मामले में पुणे पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुणे पुलिस ने पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद के आयुक्त तुकाराम सुपे को गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। साइबर सेल ने गुरुवार को तुकाराम सुपे को पूछताछ के लिए तलब किया था। देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया। तुकाराम सुपे पर पैसे लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने का आरोप है।

महाराष्ट्र हाउसिंग एंड रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) की परीक्षाओं में गड़बड़ी सामने आने के बाद सभी परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा था। पुलिस ने मामले में एक ठेकेदार कंपनी के निदेशक समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। यह पता चला कि सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज ने पेपर लीक की कोशिश की थी। गिरफ्तार लोगों में कंपनी के निदेशक डॉ. प्रीतीश देशमुख का समावेश है। पुलिस को प्रीतीश देशमुख के घर की तलाशी लेने पर टीईटी का पहचान पत्र मिला। साथ ही कुछ अपात्र छात्रों के हॉल टिकट भी प्राप्त हुए। इसलिए टीईटी परीक्षा में कदाचार का अंदेशा जताया गया और उसी के अनुसार जांच शुरू की गई। इसके बाद पुणे पुलिस ने तुकाराम सुपे को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद तुकाराम सुपे को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई के बाद काफी उत्साह है और देखना यह होगा कि जांच के सूत्र कितने आगे तक जाते हैं।

म्हाडा परीक्षा पेपर लीक के बाद पुणे बोर्ड ने शनिवार को साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और एमपीएससी की तकनीकी समिति को सूचना मिली कि ठेकेदार कंपनी पेपर लीक हासिल करने की कोशिश कर रही है। पुलिस को सूचना मिली कि एक दलाल कंपनी के निदेशक प्रीतीश से मिलने आएगा। पुलिस ने शनिवार रात 10 बजे विश्रांतवाड़ी से प्रीतिश और दो दलालों को गिरफ्तार किया। रविवार को औरंगाबाद से दो और दलालों को गिरफ्तार किया गया। मुंबई, पुणे और औरंगाबाद में पुलिस जांच कर रही है।

महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने मामले को गंभीरता से लिया है। आव्हाड को शिकायत मिली थी कि परीक्षा के लिए उम्मीदवारों से पैसे लिए जा रहे हैं। ऐसी भी शिकायतें हैं कि कुछ परीक्षार्थियों ने अपनी मां का मंगलसूत्र,कृषि भूमि गिरवी रखकर दलालों को पैसे दिए हैं। आव्हाड ने शुक्रवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी थी कि परीक्षार्थियों द्वारा वित्तीय धोखाधड़ी किए जाने का खुलासा होने के बाद मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके अनुसार म्हाडा के अधिकारियों की जांच में पता चला कि एक घोटाला था।

म्हाडा में विभिन्न पदों के लिए 565 रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया पिछले कई महीनों से चल रही है। इस भर्ती परीक्षा के लिए म्हाडा जी.ए.सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज को कंपनी द्वारा चुना गया था। इसके अनुसार म्हाडा के सभी संभाग मंडलों के विभिन्न केंद्रों पर रविवार 12 दिसंबर,15 दिसंबर,19 दिसंबर और 20 दिसंबर को परीक्षा होनी थी। 14 पदों के 565 पदों के लिए करीब 53 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। हालांकि ऐसी शिकायतें थीं कि परीक्षा के लिए दो-तीन दिनों के दौरान उम्मीदवारों से पैसे लिए जा रहे थे।

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