लखीमपुर खीरी: दुधवा जंगल से निकलकर गन्ने के खेत में पहुंचे बाघ को देखकर मजदूरों में भगदड़ मच गई। अपनी जान बचाकर मजदूर दूर भाग गए लेकिन बाघ वहां पर रखें मजदूर के कपड़े और खाने का झोला लेकर जंगल की ओर निकल गया। बाघ के द्वारा कपड़े और खाने का झोला लेकर जाने की बात गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं खेत में बाघ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर अक्सर वन्य जीव ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कभी जंगली हाथियों का झुंड किसानों के खेतों में पहुंचकर खेत में खड़ी उनकी फसल को बर्बाद कर देता है तो कभी जंगल से निकलने वाले शिकारी जानवर ग्रामीणों के पालतू पशु व ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर देता है।
इतना ही नहीं कई किसानों को बाघ मौत के घाट भी उतर चुका है। बताया जाता है कि रविवार को जंगल से बाघ मरौचा स्थित एक गाने के खेत में जा पहुंचा। दिनदहाड़े बाघ को गाने के खेत में देख गन्ना छील रहे किसानों में भगदड़ मच गई। आनन-फानन में किसान बाघ की पहुंच से दूर सुरक्षित स्थान पर जा पहुंचे। ग्रामीणों के मुताबिक खेत में पहुंचा बाघ खेत में पड़े मजदूर के कपड़े व खाने का झोला लेकर जंगल की ओर चला गया। खेत में बाघ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।