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न्यूज़ क्रेडिट: टीवी 9 भारतवर्ष
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सांगली: महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक स्कूल में शनिवार (30 जुलाई) को हैंड ग्रेनेड पाए जाने से हड़कंप मच गया है. यह हैंड ग्रेनेड मराठी मीडियम स्कूल में पाया गया. सांगली जिले के जत तालुका के डफलापुर के पास कुडनूर गांव के एक स्कूल में यह बम पाया गया है. प्राइमरी स्कूल के एक पुराने कमरे में यह हैंड ग्रेनेड पाया गया. इस विस्फोटक पर सबसे पहले स्कूल में खेलने वाले बच्चों की नजरें गईं. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. तुरंत बम स्क्वॉड को बुलाया गया. बम स्क्वॉड ने स्कूल पहुंच कर बम को अपने कब्जे में लिया.
कुडनूर गांव में स्थित जिला परिषद के स्कूल में बच्चे बॉल से खेल रहे थे. इतने में वह बॉल स्कूल के एक पुराने कमरे में जा गिरा. यह कमरा कई दिनों से इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा था. बॉल लाने के लिए कुछ बच्चे स्कूल के पुराने कमरे में घुसे. जब वे बॉल उठाने लगे, तभी उनकी नज़रें बम जैसी चीज़ पर गई. बच्चों ने तुरंत इस बारे में अपने शिक्षकों को बताया. स्कूल प्रशासन से यह बात उप सरपंच गुलाब पांढरे तक पहुंची. गुलाब पांढरे ने अपने गांव की पुलिस मंजूषा मनोहर कदम को इसकी सूचना दी. मंजूषा मनोहर कदम ने जत तालुका की पुलिस टीम को इसकी सूचना दी. फिर पुलिस ने सांगली के बम स्क्वॉड से संपर्क कर उन्हें कुडनूर गांव बुला लिया.
सूचना मिलते ही दिन के 12 बजे बम स्क्वॉड स्कूल में दाखिल हुआ. उनके साथ बम सूंघने वाले कुत्ते भी लाए गए. बम सक्रिय पाया गया. बम स्क्वॉड ने इस विस्फोटक को अपने कब्जे में लिया और मुस्तैदी दिखाते हुए फौरन इसे निष्क्रिय किया. स्कूल में विस्फोटक मिलने से आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है.
स्कूल में जो यह विस्फोटक पाया गया है, उसमें अरबी अक्षरों के कुछ शब्द उकेरे हुए हैं. इससे पहले भी इसी कुडनूर गांव में साल 2017 में दो हैंड ग्रेनेड मिले थे. फिलहाल जिला परिषद के मराठी स्कूल में कंस्ट्र्क्शन का काम शुरू है. इसलिए फिलहाल यह स्कूल सदाशिव तुकाराम वनमाने नाम के शख्स के भवन में चलाया जा रहा है. भवन के दो कमरे पुराने और टूटे-फूटे होने की वजह से बच्चे इन कमरों में नहीं बैठते हैं. बच्चों की क्लास बाहर के कमरों में लगती है. इन्हीं में से एक पुराने कमरे में हैंड ग्रेनेड रखा हुआ था. यह घर एक पुलिस विभाग के कर्मचारी के होने की चर्चा है. इस बीच पुलिस कार्रवाई शुरू है.
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