नई दिल्ली (ए.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार की रेटिंग में दो साल में 24 फीसदी गिरावट आई है। यह दावा Localcircles.com के एक सर्वे में किया गया है। साथ ही बताया गया कि पोल में शामिल होने वाले आधे लोगों ने माना कि पीएम कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी सही से संभाल नहीं पाए। सर्वे के मुताबिक, 51त्न लोगों ने कहा कि सरकार उनकी आशाओं पर दो साल में खरी उतरी या फिर उससे आगे निकली। 21त्न नागरिकों का कहना था कि केंद्र ने उनकी उम्मीदों से कहीं आगे बढ़कर काम किया, जबकि 30त्न ने माना कि सरकार ने उनकी आस पर खरी उतरी। यह पोल बताता है कि मोदी सरकार की सिटिजन रेटिंग में कमी आने की वजह कोरोना की दूसरी लहर को ठीक से न संभाल पाना रहा। हालांकि, लोगों ने पहली लहर के दौरान किए कामों और उठाए गए कदमों की सराहना की।
मोदी सरकार 2.0 के साल के काम को कैसे देखते हैं? 21 फीसदी ने कहा कि यह उम्मीदों से आगे निकला। 30 प्रतिशत ने कहा कि यह आशाओं पर खरा उतरा, जबकि 49 फीसदी का मानना है कि जिनता उन्होंने सोचा था, वह उससे कम है।, क्या भारत (सरकार) पिछले दो सालों में बेरोजगारी की चुनौती से निपटने में सक्षम रहा? 27 फीसदी लोग ने हां और 61 फीसदी ने न कहा। वहीं, 12 प्रतिशत बोले कि वे इस बारे में कुछ कह नहीं सकते।
– बीते दो सालों में भारत की छवि और प्रभाव में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुधार आया? 59त्न का कहना था हां, 35 प्रतिशत का मानना है नहीं, जबकि छह फीसदी लोग इस बारे में राय स्पष्ट नहीं कर पाए।
– मानते हैं कि भारत के खिलाफ आतंकवाद कम हुआ है? 70 फीसदी ने माना हां। 24 प्रतिशत बोले नहीं और छह फीसदी कुछ नहीं बता पाए।
– सरकार पिछले दो सालों में सांप्रदायिक सौहार्द कायम कराने और उसमें सुधार लाने में सफल रही? 49 फीसदी ने कहा हां, 45 प्रतिशत बोले नहीं और छह फीसदी ने कहा कि वे इस पर कुछ कह नहीं सकते।
लोकल सर्किल्स बीते सात साल से सरकार का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड मापने के लिए सिटिजन सर्वे के जरिए इस तरह के वार्षिक मूल्यांकन करता आ रहा है। ताजा पोल का निष्कर्ष ऐसे वक्त पर सामने आया है, जब 30 मई 2021 को मोदी सरकार 2.0 को केंद्र में आए दो साल पूरे हो जाएंगे। ताजा सर्वे के लिए लोकल सर्किल्स लोगों के पास पहुंचा और उनसे पिछले दो साल में मोदी सरकार के 15 क्षेत्रों की रेटिंग करने के लिए कहा। जानकारी के अनुसार, देश के 280 जिलों के 70 हजार लोगों से करीब 1,69,000 प्रतिक्रियाएं मिलीं। प्रतिभागियों में 69त्न पुरुष थे, तो 31 फीसदी महिलाएं। इससे पहले, छह मार्च, 2019 को (आम चुनाव से एक महीना पहले) जारी हुए सर्वे में सामने आया था कि 75 लोगों ने माना कि मोदी सरकार के पांच सालों का पहला कार्यकाल उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा था या उससे आगे निकला था।