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सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के शिलापट पर लिखा गुर्जर, गंगाजल से किया शुद्धिकरण, कहा- 'सीएम योगी मांगें माफी'

Deepa Sahu
28 Sep 2021 3:17 PM GMT
सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के शिलापट पर लिखा गुर्जर, गंगाजल से किया शुद्धिकरण, कहा- सीएम योगी मांगें माफी
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ग्रेटर नोएडा स्थित दादरी के सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द लिखने न लिखने को लेकर शुरू हुए.

ग्रेटर नोएडा स्थित दादरी के सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द लिखने न लिखने को लेकर शुरू हुए विवाद में मंगलवार को कई घटनाक्रम सामने आए। गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत और आगे की रणनीति तय करने के लिए बनाई गई विभिन्न राज्यों की 151 सदस्यों की समिति के दबाव में शिलापट पर सम्राट मिहिर भोज के आगे गुर्जर शब्द लिख दिया गया है।

मंगलवार सुबह राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए ट्विटर और फेसबुक पर फोटो पोस्ट की। इस दौरान शिलापट पर गुर्जर लिखा दिखाई दिया। इसके बाद गुर्जर समाज व समिति के सदस्य दादरी के सम्राट मिहिर भोज कॉलेज में पहुंच गए। यहां उन्होंने सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा को गंगाजल से नहलाकर शुद्धिकरण किया।
इसके बाद शिलापट पर लिखे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर और विधायक तेजपाल नागर के नाम पर काला पेंट कर दिया गया। हालांकि इस पेंट को कुछ देर बाद ही हटाकर मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई। खास बात यह रही कि पूरे घटनाक्रम का गुर्जर समाज के लोगों ने फेसबुक लाइव भी किया।
22 सितंबर को हुआ था प्रतिमा का अनावरण
22 सितंबर को दादरी के सम्राट मिहिर भोज कॉलेज में प्रतिमा अनावरण से पूर्व ही शुरू हुआ विवाद अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुर्जर शब्द हटाकर प्रतिमा अनावरण करने पर गुर्जर समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था। इसको लेकर रविवार को गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत बुलाई गई।
पुलिस ने दादरी को छावनी में किया तब्दील
पुलिस ने दादरी को छावनी में तब्दील करते हुए नाकाबंदी कर दी। इसके बावजूद गुर्जर समाज के जिले, दूसरे शहर व प्रदेशों से आए लोग चिटहेरा गांव में पंचायत करने में कामयाब हो गए। दो सौ से अधिक लोगों को यहां से गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया। इसके बाद पुलिस लाइन में भी पंचायत की गई।
पंचायत में 151 सदस्यों की राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति का गठन किया गया। इसमें यूपी के अलावा हरियाणा, राजस्थान आदि राज्यों के लोग भी शामिल किए। समिति की अगली बैठक दो अक्तूबर को होनी है और इसमें आगे की रणनीति तय होनी है लेकिन इससे पहले ही गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत और समिति के दबाव में प्रतिमा के शिलापट पर गुर्जर शब्द लिख दिया गया।
लॉक के बावजूद गेट फांदकर पहुंचे, पुलिसकर्मियों ने की बाहर आने की अपील
बताया गया है कि शिलापट पर गुर्जर शब्द लिखने के बाद ही पुलिस फोर्स भी हटा ली गई थी। लेकिन गुर्जर समाज व समिति के सदस्य प्रतिमा के पास ग्रिल से बने गेट को फांदकर दाखिल हो गए। उन्होंने फेसबुक पर लाइव कर गंगाजल से नहलाकर शुद्धिकरण किया गया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी लाइव वीडियो में लोगों से बाहर आने की अपील करते दिख रहे हैं।
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष ने नाम पर किया पेंट
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और फुटेज में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह भाटी शिलापट पर लिखे सीएम, राज्यसभा सांसद और विधायक तेजपाल नागर के नाम पर काला पेंट करते दिख रहे हैं। श्याम सिंह भाटी सपा के जिला उपाध्यक्ष भी हैं। इससे पहले गुर्जर न लिखने पर भाजपा नेताओं का पुतला फूंकने में श्याम सिंह भाटी पर केस दर्ज किया गया था।

समिति नहीं संतुष्ट, दो अक्तूबर को बनाएगी रणनीति
- बोले, सीएम मांगे माफी और बयान दें कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर थे
राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति के राजकुमार भाटी का कहना है कि भाजपा के लोगों ने रातों रात चुपचाप प्रतिमा पर लगे शिलापट पर सम्राट मिहिर भोज के आगे गुर्जर शब्द लिखवा दिया। लेकिन गुर्जर समाज इससे संतुष्ट नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं, उन्हें बयान देना चाहिए कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर थे। उन्होंने गुर्जर समाज के लोगों से कहा कि वह अलग-अलग बयान जारी न करें। इससे समाज की एकता को क्षति पहुंचेगी। सभी समिति के निर्णय का इंतजार करें और पालन करें। समिति में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड व यूपी पांच प्रदेशों के 151 सदस्य शामिल हैं।

पहले से लिखा था गुर्जर, भ्रम की स्थिति दूर करने को शेयर की फोटो: सुरेंद्र नागर
सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट पर गुर्जर शब्द न लिखने को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। विपक्षी दल के लोगों ने भ्रम पैदा किया था। इसको लेकर पंचायत आदि हो रही थीं। मुख्यमंत्री अनावरण के लिए आए थे, उस दौरान भी गुर्जर शब्द लिखा हुआ था। पहले यहां फोर्स तैनात थी। पुलिस बल हटने के बाद मैं मंगलवार को फूल अर्पित करने पहुंचा और भ्रम दूर करने के लिए फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की।- सुरेंद्र नागर, राज्यसभा सांसद
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