गुजरात। गुजरात ने "ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस" की राष्ट्रीय रैंकिंग में आंध्र प्रदेश के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह घोषणा बिज़नेस रिफॉर्म एक्शन प्लान 2020 के विमोचन के दौरान की गई। केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में इस दस्तावेज़ के पांचवें संस्करण का विमोचन किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपने मुख्यमंत्री शासन के दौरान उद्योग क्षेत्र में सुधारों की शुरुआत की थी। वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में भी गुजरात घरेलू और विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित करने में सफल रहा है।
गुजरात ने कई पहलें की हैं जिनके परिणामस्वरूप राज्य को "ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस" रैंकिंग में शीर्ष श्रेणी में रखा गया है। गौरतलब है गुजरात सरकार की नीति "पहले उत्पादन फिर अनुमति" की है। इसलिए राज्य सरकार ने गुजरात में MSME (सुविधा एवं संचालन) एक्ट 2019 की शुरुआत की जिसके तहत छोटे एवं लघु उद्योगों को 3 साल की अवधि के लिए राज्य सरकार की मंजूरी प्राप्त करने की छूट मिलती है। राज्य ने डेटा प्वाइंट, दस्तावेज़ और दिनों को कवर करते हुए एक गहर 3D विश्लेषण किया है जो गुजरात को देश के अन्य शीर्ष रैंकिंग प्राप्त करने वाले औद्योगिक राज्यों के साथ उद्योग के नए बेंचमार्क स्थापित करने में सक्षम बनाता है।
गुजरात ने आवेदकों से लगातार फीडबैक प्राप्त करने के लिए स्टार रेटिंग मैकेनिज़्म भी शुरू किया है जो मौजूदा प्रणाली में व्यवसाय की आवश्यकताओं अनुसार सुधार करने में मदद करता है। राज्य सरकार के इन सक्रिय प्रयासों से कारोबारी माहौल सरल एवं प्रभावी बना। इससे नई और मौजूदा उद्योग इकाइयों को राज्य में आसानी से निवेश करने में सुविधा हुई। गुजरात सरकार की रेज़ीडेंट कमिश्नर आरती कंवर ने इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से हिस्सा लिया। इंडस्ट्री कमिश्नर डॉ. राहुल गुप्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।