दिल्ली: गुजरात 27 मार्च से चार अप्रैल के बीच जी-20 समूह के अगले दौर की बैठकों की मेजबानी के लिए तैयार है। इस दौरान गुजरात में विभिन्न मुद्दों पर तीन बैठकें आयोजित की जाएंगी। तीन दिवसीय आयोजन में अमेरिका, अर्जेंटीना, ब्राजील, चीन, फ्रांस और जर्मनी सहित लगभग 30 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे।
भारत कर रहा है जी 20 की अध्यक्षता: भारत इस सालजी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। इस समूह में विभिन्न महाद्वीपों के 19 देशों के अलावा यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल है। गुजरात में जी-20 से जुड़े आयोजनों का समन्वय कर रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों बैठकों में से ‘पर्यावरण एवं जलवायु स्थिरता कार्य समूह (ईसीएसडब्ल्यूजी)’ की पहली बैठक 27 से 29 मार्च के बीच गांधीनगर में आयोजित की जाएगी।
बैठक में शामिल होंगे विषय विशेषज्ञ: राज्य वित्त विभाग में प्रधान सचिव (आर्थिक मामले) मोना खानदार ने बताया कि यह ईसीएसडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक होगी। जी-20 शेरपा अमिताभा कांत केंद्र सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों की मौजूदगी में इसका उद्घाटन करेंगे। खानदार ने पत्रकारों को बताया कि ईसीएसडब्ल्यूजी की बैठक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की सचिव लीना नंदन, जल शक्ति मंत्रालय में जल संसाधन की अतिरिक्त सचिव देबाश्री मुखर्जी और स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल आयोग, प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन), सतत तटीय प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय केंद्र (एनसीएससीएम), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और महासागर सूचना सेवा के लिए भारतीय राष्ट्रीय केंद्र के अधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।
जर्मनी सहित 30 देशों के प्रतिनिधि करेंगे शिरकत: खानदार ने बताया कि तीन दिवसीय आयोजन में अमेरिका, अर्जेंटीना, ब्राजील, चीन, फ्रांस और जर्मनी सहित लगभग 30 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि पहले दिन ‘जल संसाधनों से जुड़ी सर्वोत्तम प्रथाओं’ और अन्य संबंधित विषयों पर चर्चा होगी। इसके बाद, मेहमानों को साबरमती नदी पर स्थित नर्मदा नहर, प्रसिद्ध अडालज स्टेपवेल और साबरमती रिवरफ्रंट ले जाया जाएगा। खानदार के मुताबिक, 28 मार्च को पांच प्रमुख विषयों-जलवायु अनुकूल बुनियादी ढांचे, भूजल प्रबंधन, जल स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन शमन और संसाधन दक्षता एवं चक्रीय अर्थव्यवस्था पर तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे।
आपदा प्रबंधन पर भी होगी चर्चा: उन्होंने बताया कि 29 मार्च को महासागरों, टिकाऊ समुद्री अर्थव्यवस्था, समुद्री एवं तटीय पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण और समुद्री स्थानिक योजना से संबंधित विषयों पर तकनीकी सत्र का आयोजन किया जाएगा। प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस श्रृंखला में आपदा प्रबंधन विषय पर दूसरी बैठक 30 मार्च से एक अप्रैल के बीच गांधीनगर में आयोजित की जाएगी। इससे पहले, गुजरात ने जनवरी और फरवरी में जी-20 से जुड़ी विभिन्न बैठकों की मेजबानी की थी, जिनमें पर्यटन विषय पर भी एक बैठक की गई थी।