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गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा- कुंभ से लौटने वालों की होगी कोरोना जांच, संक्रमित को 14 दिन आइसोलेशन में रहना होगा

Deepa Sahu
17 April 2021 2:05 PM GMT
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा- कुंभ से लौटने वालों की होगी कोरोना जांच, संक्रमित को 14 दिन आइसोलेशन में रहना होगा
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गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला से लौटने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच होगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला से लौटने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ऐसे लोगों को आइसोलेशन यानी पृथकवास में रहना होगा। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात से जितने भी लोग कुंभ मेला गए थे वह सीधे अपने गांव या घर नहीं जाएंगे। सभी लोगों की आरटीपीसीआर जांच की जाएगी। अगर जांच रिपोर्ट में संक्रमण के लक्ष्ण होंगे तो उन्हें 14 दिन के लिए पृथकवास में रहना होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर को आदेश दे दिया गया है।

बता दें कि कुंभ में देश भर के लाखों लोगों ने हिस्सा लिया है और काफी संख्या में वहां साधु-संत एकत्रित हुए, जिसकी देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए समाज के विभिन्न तबकों ने आलोचना की है। कुंभ में काफी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले भी सामने आए। बहरहाल, सीएम रूपाणी ने जामनगर में कहा कि गुजरात के सभी जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कुंभ मेला से लौटने वाले लोगों पर नजर रखें और बिना आरटी-पीसीआर जांच के अपने गृह नगरों में प्रवेश करने से उन्हें रोकने के लिए नाकाबंदी की जाए।


कुंभ से लौटे हर शख्स की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य
उन्होंने कहा कि कुंभ से लौटने वाले हर व्यक्ति को गुजरात में आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जांच के दौरान संक्रमित पाए गए लोगों को पृथक-वास में रखा जाए। रूपाणी ने कहा कि वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुंभ मेला में शामिल होने वाले लोगों को बिना जांच के उनके गृह नगर या गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कुंभ से लौटने वाले लोगों की पहचान की जाए।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल कोरोना वायरस की समीक्षा के लिए स्थानीय सांसद, विधायकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जामनगर आए हुए थे। रूपाणी ने कहा कि गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के उपचार के लिए काफी कम समय में अस्पतालों में 25 हजार से 30 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की गई।
हर घंटे तीन की मौत
बता दें कि गुजरात में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। पिछले 24 घंटे में 6,690 नए मामले सामने आए हैं। और 69 लोगों की जान चली गईं। सूबे में अहमदाबाद शहर एक बार फिर से सबसे ज्यादा प्रभावित है, यहां शुक्रवार को 2,251 नए केस सामने आए। अब तक गुजरात में कुल केस 3,60,206 तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि गुजरात में कोरोना से हर घंटे तीन लोगों की मौत हो रही है। राज्य में कोरोना विकराल रूप धारण किए हुए है। लोगों को ना तो ऑक्सीजन मिल रही है और नहीं अस्पतालों में बेड । श्मशानघाटों पर शवों का अंबार लगा है। ।
गुजरात सरकार को हाईकोर्ट से फटकार
वहीं राज्य में बेकाबू हो रहे कोरोना को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ें और मौत के आंकड़ों को क्यों छिपा रही है। हाईकोर्ट की ओर से कहा गया कि सरकार कोरोना के वास्तविक आंकड़े छिपा कर क्या हासिल करना चाहती है। ऐसे में लोगों का सरकार के प्रति विश्वास कम हो जाएगा । असल तस्वीर छिपाने से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला है। बता दें कि सरकार पर कोरोना मरीजों और मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि राज्य में सरकार जो कोरोना के आंकड़े पेश करती है वह गलत है।


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