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जमीनी विवाद: महिला की मौत हुई, जानें पूरा मामला

jantaserishta.com
9 July 2022 7:10 AM GMT
जमीनी विवाद: महिला की मौत हुई, जानें पूरा मामला
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

गुना: मध्य प्रदेश के गुना जिले में जमीनी विवाद को लेकर कथित तौर पर जिंदा जलाई गई आदिवासी महिला रामप्यारी बाई की भोपाल के अस्पताल में मौत हो गई. रामप्यारी 6 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही. 2 जुलाई को इस घटना से जुड़ा वीडियो भी देखने को मिला था. बताया जा रहा है कि महिला 80 प्रतिशत से भी ज्यादा जल गई थी. इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि, दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है.

दरअसल, धनोरिया गांव निवासी अर्जुन सहरिया के अनुसार, उसकी पत्नी रामप्यारी बाई खेत पर बोवनी (बीज बुवाई) के लिए गई हुई थी. कुछ दिन पहले ही उन्हें कानूनी लड़ाई के बाद अपनी 6 बीघा जमीन पर कब्जा मिला था. आरोपियों ने जमीन को अपने कब्जे में कर रखा था, जिसे राजस्व अमले ने आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराया था. तहसीलदार न्यायालय से केस जीतने के बाद पति-पत्नी ने अपनी जमीन पर खेती-बाड़ी शुरू कर दी थी.
पीड़ित महिला रामप्यारी सहरिया जब खेत पर काम कर रही थी, उसी वक्त आरोपियों ने खेत पर जाकर ट्रैक्टर से डीजल निकाल कर रामप्यारी के ऊपर उड़ेल दिया और आग लगा दी. इस वारदात को अंजाम देने में 8-10 लोग शामिल थे.
इसका घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें महिला का आधा शरीर जला हुआ स्पष्ट दिखाई दे रहा है. वहीं, वीडियो में उसका पति आरोपियों के नाम बता रहा है.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में हनुमत धाकड़, प्रताप धाकड़ और श्याम शामिल हैं. जबकि आवंतीबाई और सुदामा बाई को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.
इस मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सूबे की शिवराज सरकार को घेरा है. अपने ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा, ''अत्यंत दुखद...गुना जिले में जिंदा जला दी गई सहरिया आदिवासी बहन जीवन की संघर्षपूर्ण लड़ाई हार गई... विनम्र अश्रुपूरित श्रद्धांजलि. शिवराज जी आप प्रदेश की पीड़ित आदिवासी महिला को अत्याधुनिक उपचार के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र पर भिजवाते तो संभवतः एक अमूल्य जीवन बच जाता.''
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