मंत्री पद जाने का गम: रो पड़े कांग्रेस नेता, कहा- मुझे इंसाफ दे पार्टी हाईकामान
पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार में नई कैबिनेट का ऐलान हो गया. कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी हो गई है. इसमें कैप्टन की कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री रहे बलबीर सिंह सिद्धू भी शामिल हैं. मंत्री पद से हटाए जाने पर बलबीर सिद्धू प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़े. उन्होंने कहा, कोरोना काल मे मैंने दिन रात काम किया, मैं आज एक ही बात पूछना चाहता हूं हाईकमान से कि मेरा कसूर क्या था कि मुझे मंत्रिमंडल से बाहर किया गया. बलबीर सिद्धू ने कहा, हाईकमान की तरफ से जो फैसले लिए गए हैं, उनको हम स्वीकार करते हैं. जिस दिन वोट डालने को कहा था मैंने कहा था कि मेरा वोट सोनिया गांधी को है. उन्होंने कहा, हाईकमान ने चन्नी को सीएम बनाया, हमने उस फैसले का भी स्वागत किया और बदलाव को स्वीकार किया.
'मैंने विभाग में भर्तियां की'
बलबीर सिद्धू ने कहा, जब कैप्टन को चुना गया, हरीश रावत ने बयान दिया कि कैप्टन की अगुआई में चुनाव लड़ा जाएगा, फिर उन्होंने इस बयान को बदला, तब भी हम साथ खड़े रहे. उन्होंने कहा, मुझे जब मंत्री बनाया गया था, जो विभाग मुझे दिए थे, मैंने उन विभागों में तमाम काम किए. मुझे प्रोमोट करके स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था मैंने उस टास्क को भी पूरा किया. मैंने 5600 के करीब भर्तियां कीं. उन्होंने कहा, कोरोना काल मे मैंने दिन रात काम किया. जब लोग अपनो को नहीं पूछ रहे थे मैंने दिन रात लोगों के लिए काम किया. मेरे काम की तारीफ प्रधानमंत्री ने की. मैं आज एक ही बात पूछना चाहता हूं, हाईकमान से कि मेरा कसूर क्या था कि मुझे मंत्रिमंडल से बाहर किया गया. मैं सोनिया गांधी का सिपाही हूं, मुझे बस पार्टी हाई कामान जवाब दे कि मुझे बाहर क्यों किया गया.