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UP में महागठबंधन की बढ़ेंगी मुश्किलें, ओवैसी की AIMIM और पल्लवी पटेल की पार्टी ने मिलाया हाथ

jantaserishta.com
31 March 2024 6:23 AM GMT
UP में महागठबंधन की बढ़ेंगी मुश्किलें, ओवैसी की AIMIM और पल्लवी पटेल की पार्टी ने मिलाया हाथ
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आज होगी औपचारिक घोषणा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए अब एक नई मुश्किल खड़ी हो सकती है. पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की मानो पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन किया है. इससे साफ है कि पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव के 'पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक' अभियान का जवाब 'पिछड़ा, दलित और मुस्लिम' को एक मंच पर लाकर देंगी.
पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. पल्लवी पटेल और ओवैसी के बीच इसको लेकर मीटिंग भी हुई है. दोनों नेताओं की तस्वीर भी सामने आई. पल्लवी पटेल के साथ उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे.
2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ ही मिलकर लड़ना चाहती थीं. वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन माना जाता है कि अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. फरवरी महीने में ही दोनों दलों के बीच मतभेद देखे गए थे, जब पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को नजरअंदाज किया है.
इस गठबंधन की वजह से अखिलेश यादव के लिए ईस्टर्न यूपी में मुश्किलें हो सकती है, जहां फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों पर उनकी (पल्लवी पटेल की पार्टी की) अच्छी पकड़ मानी जाती है. हालांकि, पिछले चुनाव में इन तीनों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी और तीनों ही सीटों पर सपा के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे. अपना दल (के) ने 2022 के विधानसभा चुनावों में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था. हालांकि, पल्लवी पटेल ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 7,337 वोटों से हराया था.
बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले पल्लवी पटेल ने हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात की थी. आज इस गठबंधन को आखिरी रूप देने ओवैसी लखनऊ आ रहे हैं. 2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ ही मिलकर लड़ना चाहती थीं. वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन माना जाता है कि अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. आज दोपहर 2 बजे लखनऊ स्थित क्लार्क होटल में पल्लवी पटेल और ओवैसी एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जहां संभावित रूप से वे सीट बंटवारे का ऐलान कर सकते हैं.
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