सरकार का फैसला, नेताजी की झांकी को बंगाल की परेड में शामिल करने का लिया निर्णय
बंगाल। गणतंत्र दिवस पर बंगाल की झांकी (Bengal Tableau) रिजेक्ट किये जाने के बाद बंगाल सरकार (Bengal Government) ने नेताजी की झांकी (Netaji Tableau) को बंगाल की परेड में शामिल करने का निर्णय किया है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर रेड रोड पर आयोजित होने वाली परेड में नेताजी की झांकी को शामिल किया जाएगा. नेताजी की झांकी बनाने की तैयारी रेड रोड पर जोरों से चल रही हैं, हालांकि कोलकाता पुलिस की झांकी को बनाने का काम कुछ समय पहले ही शुरू किया था, लेकिन दिल्ली की परेड में नेताजी की झांकी शामिल नहीं किये जाने के निर्णय के बाद राज्य सरकार ने नेताजी की झांकी को रेड रोड परेड में शामिल करने का फैसला किया है.
राज्य सरकार द्वारा अंतिम समय में निर्णय लेने के तुरंत बाद काम शुरू हुआ. 52 फीट लंबा, 11 फीट चौड़ा, 18 फीट ऊंचा झांकी बनाने का काम जोरों पर है. हालांकि आज दिल्ली की परेड में नेताजी की झांकी शामिल नहीं करने को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई है, लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट के मु्ख्य न्यायाधीश ने मामला दायर करने में देरी होने के कारण याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है.
सीएम बनर्जी कहा, "हम यहां रेड रोड पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान झांकी निकालेंगे. आप देखेंगे कि यह कितनी जीवंत और रचनात्मक झांकी है, जो नेताजी की वीरता और स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ की भावना को समेटे हुए है. केंद्र झांकी को ठुकराकर पश्चिम बंगाल के साथ हुए अन्याय से अपना पल्ला नहीं झाड़ सकता है." राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित करने का वादा करके महान स्वतंत्रता सेनानी पर आधारित राज्य की गणतंत्र दिवस झांकी को शामिल न करने की अपनी गलती से पल्ला नहीं झाड़ सकती. ममता बनर्जी ने दोहराया कि झांकी को सरसरी तौर पर खारिज करने का कोई कारण नहीं बताया गया.