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सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल का कारनामा, ऑफिस को बेडरूम में बदला, दी सफाई

jantaserishta.com
11 March 2024 8:20 AM GMT
सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल का कारनामा, ऑफिस को बेडरूम में बदला, दी सफाई
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एक वीडियो में स्कूल के बच्चे लोहे की सरिया को एक कक्षा से दूसरी कक्षाओं में ले जाते दिख रहे हैं।
पटना: बिहार के जमुई जिले में एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने ऑफिस को ही बेडरूम बना डाला। जिसमें फ्रिज, टीवी, बिस्तर, तकिया से लेकर पूरा रसोईघर तक सेट है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक माओवाद प्रभावित खैरा ब्लॉक के बारदौन में अपग्रेडेड मिडिल स्कूल की प्रिंसिपल शीला हेम्ब्रम का कहना है कि वो उनका परिवार बेघर है। उनके पास घर नहीं है। और गांव के पास ही नया घर बन रहा है। इसीलिए उन्होने स्कूल के ऑफिस को ही अपना घर बना लिया। जिसमें गृहस्थी का पूरा सामान भी जुटा लिया।
इस पूरे मामले पर शीला हेम्ब्रम का कहना है कि उन्होने स्कूल की किसी क्लास पर कब्जा नहीं किया है। बल्कि अपने ऑफिस में ही हूं। स्कूल में कक्षा एक से आठवीं तक के 150 छात्र हैं। जगह की कमी के चलते केवल तीन रूम में कक्षाएं चलती हैं। एक कमरे में तीसरी तक, दूसरे में चौथी-पांचवीं और तीसरे कमरे में 5वीं से आठवीं तक की क्लास चलती है।
प्रिंसिपल ने बताया कि गांव में नया घर बन जाने के बाद ऑफिस को खाली करने की योजना थी। लेकिन अब लोगों की आपत्ति पर जल्द ही दफ्तर खाली कर दूंगी। लेकिन ऐसा नहीं है कि प्रिंसिपल ने सिर्फ ऑफिस में ही बेडरूम बना दिया। बल्कि घर निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के भंडारण के लिए भी कमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। और बच्चों की भी मदद ली जा रही है। एक वीडियो में स्कूल के बच्चे लोहे की सरिया को एक कक्षा से दूसरी कक्षाओं में ले जाते दिख रहे हैं।
वहीं मामला सामने आने पर जिला शिक्षा अधिकारी कपिल देव तिवारी ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है। और जांच के आदेश दिए हैं। अगर इस मामले में सत्यता पाई गई तो प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। वहीं छात्रों के परिजनों का कहना है कि उन्होने पहली बार किसी स्कूल के ऑफिस को बेडरूम के तौर पर इस्तेमाल करते देखा है। जबकि स्कूल के बच्चे एक ही कमरे में पढ़ते हैं।
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