भारत

सरकार की बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी, दिल्ली से अयोध्या तक का सफर करेंगे 670 किलोमीटर

Deepa Sahu
22 Aug 2021 9:35 AM GMT
सरकार की बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी, दिल्ली से अयोध्या तक का सफर करेंगे 670 किलोमीटर
x
केंद्र सरकार अब दिल्ली से अयोध्या तक बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बना रही है.

केंद्र सरकार अब दिल्ली से अयोध्या तक बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बना रही है. अगर यह योजना जमीन पर उतरती है, तो दिल्ली से अयोध्या तक 670 किलोमीटर की दूरी 2 घंटे में तय की जा सकेगी. दोनों शहर के बीच बुलेट ट्रेन शुरू करने को लेकर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) की एक टीम हाल में अयोध्या गई थी और इस परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण पर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अयोध्या में बुलेट ट्रेन स्टेशन के लिए NHSRCL को जमीन राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी. NHSRC के अधिकारियों ने स्टेशन के लिए इलाके को भी चिन्हित किया है. अयोध्या डेवलपमेंट अधिकारियों के मुताबिक, बुलेट ट्रेन स्टेशन प्रस्तावित मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र एयरपोर्ट के नजदीक होगा, जो लखनऊ-गोरखपुर हाइवे बाईपास के नजदीक बनाया जा रहा है.
एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या विकास प्राधिकारण के अधिकारियों ने बताया कि NHSRCL ने नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास आवेदन भी जमा किया है. NHSRCL के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनूप कुमार अग्रवाल ने बताया, "अयोध्या सीधे दिल्ली से जुड़ेगा. हमने रूट प्लान के लिए हवाई सर्वे कराया है. हमें आगे बढ़ने की अनुमति मिल गई है."
उन्होंने बताया कि वे राज्य के अलग-अलग विभागों से एनओसी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "NOC मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा. इस रूट पर ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. दिल्ली और अयोध्या को जोड़ने के लिए, लखनऊ और अयोध्या के बीच में अलग रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा."
दिल्ली-वाराणसी बुलेट-ट्रेन प्रोजेक्ट पर पिछले महीने हुई थी बातचीत
उन्होंने कहा कि NHSRCL का काम पूरा होने के बाद, दिल्ली का संपर्क लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या से होगा. पिछले महीने दिल्ली से वाराणसी तक बुलेट ट्रेन के लिए गौतमबुद्ध नगर में जमीन अधिग्रहित करने के मुद्दे पर बैठक हुई थी. उन्होंने बताया था कि संबंधित परियोजना के लिए कुल 160.81 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी, किसानों से मात्र 60.19 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी, शेष भूमि सरकारी होगी.
जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि संबंधित परियोजना के लिए किसानों की बहुत कम जमीन लेनी होगी. बैठक में अधिकारियों के साथ साथ कुछ किसानों ने भी हिस्सा लिया था. उन्होंने बताया कि दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना दिल्ली, नोएडा, जेवर, मथुरा, आगरा, इटावा, कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली होते हुए वाराणसी पहुंचेगी.
Next Story