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सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी, भारत के पास कम तापमान में कोरोना वैक्सीन के भंडारण की क्षमता मौजूद

Kunti Dhruw
27 Jun 2021 6:06 PM GMT
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी, भारत के पास कम तापमान में कोरोना वैक्सीन के भंडारण की क्षमता मौजूद
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भारत के पास कोरोना की ऐसी वैक्सीन के भंडारण की क्षमता है।

नई दिल्ली,भारत के पास कोरोना की ऐसी वैक्सीन के भंडारण की क्षमता है जिन्हें रखने के लिए शून्य से 15 से 20 डिग्री सेल्सियस कम तापमान की जरूरत है। देश में करीब 29 हजार 'कोल्ड चेन प्वाइंट' (सीसीपी) हैं जहां पर टीकों को उक्त तापमान में रखा गया है। यह जानकारी केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दी है।

कोविशील्ड और कोवैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर रखने की जरूरत
कोरोना महामारी के दौरान आवश्यक आपूर्ति एवं सेवा के वितरण पर अदालत द्वारा लिए गए स्वत: संज्ञान मामले पर केंद्र द्वारा दाखिल हलफनामे में कहा गया कि इस समय दो टीके- कोविशील्ड और कोवैक्सीन- को दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर रखने की जरूरत होती है।
सरकार ने कहा- अन्य कोरोना टीकों के आने पर कोल्ड स्टोरेज में बदलाव की पूरी तैयारी
केंद्र ने कहा कि भविष्य में अन्य कोरोना टीकों के आने पर कोल्ड स्टोरेज में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है और ऐसे टीकों की उपलब्धता होने की स्थिति में पूरी तैयारी की गई है और उचित कदम उठाए गए हैं।
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा- देश में है टीकों के भंडारण की क्षमता
केंद्र द्वारा शनिवार को दाखिल हलफनामे में कहा गया, 'देश में उन टीकों के भंडारण की क्षमता है जिनके लिए शून्य से 15 से 20 डिग्री कम तापमान की जरूरत होती है। स्पुतनिक वी टीके को शून्य से 18 डिग्री कम तामपान की जरूरत होती है।'
देश में शून्य से माइनस 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले 29 हजार कोल्ड चेन प्वाइंट मौजूद
केंद्र ने बताया, 'देश में 29 हजार से अधिक कोल्ड चेन प्वाइंट्स केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में हैं जहां पर अनुशंसित तापमान पर टीकों का भंडारण किया जा सकता है।'
ओलंपिक में जाने वालों के लिए कोविशील्ड की दो डोज के बीच अंतराल कम किया गया
केंद्र ने शीर्ष अदालत को यह भी बताया है कि टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जाने वाले खिलाडि़यों, एथलीट और सहायक स्टाफ, पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले छात्रों और नौकरी के लिए देश के बाहर जाने वालों के लिए कोविशील्ड की दो डोज के बीच अंतराल में छूट देते हुए इसे 28 दिन कर दिया गया है। अभी इस वैक्सीन की दो डोज के बीच अंतराल 12-16 हफ्ते रखा गया है।
जायडस कैडिला की वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल पूरा
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में केंद्र ने यह भी कहा है कि जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन का 12-18 साल के बच्चों पर क्लीनिकल ट्रायल पूरा हो गया है और दिसंबर तक इसकी पांच करोड़ डोज मिलने की उम्मीद है। केंद्र ने कहा है कि अगर वैधानिक मंजूरी मिल जाती है तो यह वैक्सीन बहुत जल्द उपलब्ध होगी। अभी देश में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
अगस्त-दिसंबर के बीच 135 करोड़ डोज मिलेंगी
सरकार ने अदालत को यह भी बताया है कि अगस्त से दिसंबर के बीच देश में कोरोना वैक्सीन की 135 करोड़ डोज उपलब्ध होगी। सरकार ने कहा है कि इस दौरान कोविशील्ड की 50 करोड़, कोवैक्सीन की 40 करोड़ डोज मिलने का अनुमान है। स्पुतनिक-वी की 10 करोड़ डोज मिलेगी। इसके अलावा बायो ई की 30 करोड़ और जायडस कैडिला की पांच करोड़ डोज मिलेगी। सरकार ने यह भी कहा है कि दुनिया भर में भारत के राजदूतावास और उच्चायोग कोरोना और म्यूकोरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस की दवाइयों हासिल करने के लिए युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं।
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