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नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना की तीसरी लहर काफी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रही है. भारत समेत दुनिया के कई देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई मामले सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह वैरिएंट डेल्टा से कम खतरनाक है लेकिन यह काफी ज्यादा संक्रामक है. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से एक अच्छी खबर सामने आई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अफ्रीका में चौथी लहर धीरे-धीरे कम हो रही है.
6 हफ्तों की बढ़त के बाद अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट द्वारा संचालित चौथी लहर अब कम होनी शुरू हो गई है. 11 जनवरी तक, अफ्रीका में 10.2 मिलियन कोविड-19 के मामले सामने आए. दक्षिणी अफ्रीका, जहां महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी गई थी वहां पिछले एक सप्ताह में संक्रमितों की संख्या में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
दक्षिण अफ्रीका जहां ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के मामले सबसे पहले सामने आए थे वहां भी साप्ताहिक संक्रमणों में 9% की गिरावट देखी गई. पूर्वी और मध्य अफ्रीकी क्षेत्रों में भी गिरावट दर्ज की गई है. हालाँकि, उत्तर और पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्रों में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, उत्तरी अफ्रीका ने पिछले सप्ताह में 121% की वृद्धि दर्ज की है. इसे देखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यहां अधिक टीकाकरण कवरेज की बात कही.
अफ्रीका में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ मत्शिदिसो मोएती ने कहा, शुरुआती संकेत बताते हैं कि देश में चौथी लहर तेज और छोटी रही है, लेकिन इसमें अस्थिरता की कमी नहीं है. अफ्रीका में महामारी से निपटने के लिए जिन महत्वपूर्ण उपायों की सख्त जरूरत है, वह अभी भी कायम है, लेकिन इसके लिए यह भी जरूरी है कि यहां लोगों को जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगे.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने भी हाल ही में चिंता व्यक्त की थी कि अफ्रीका की 85% से अधिक आबादी यानी लगभग एक अरब लोगों को अभी तक टीके की एक खुराक भी नहीं लगी है. पूरे महाद्वीप की आबादी का केवल 10% ही पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है. अफ्रीका में डब्ल्यूएचओ के vaccine-preventable disease program के प्रमुख एलेन पोय ने कहा था कि कोविड -19 के खिलाफ टीका लगाए जाने वाले अफ्रीकियों की संख्या को एक सप्ताह में 34 मिलियन तक पहुंचने की जरूरत है, जो वर्तमान में 6 मिलियन से भी कम है.
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