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बच्चों के लिए अच्छी खबर जल्द: एक्सपर्ट पैनल ने की वैक्सीन के ट्रायल की सिफारिश, तीसरी लहर से जंग की तैयारी
jantaserishta.com
12 May 2021 3:17 AM GMT
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भारत इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, इसी के साथ वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. एक्सपर्ट्स ने अंदेशा जताया है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है, तो उसमें बच्चों पर भी काफी प्रभाव पड़ सकता है. इसी कड़ी में अब एक बड़ा कदम उठाया गया है.
कोरोना वैक्सीन से जुड़ी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने मंगलवार को भारत बायोटेक की वैक्सीन का 2 से 18 साल से बच्चों के ऊपर ट्रायल करने की सिफारिश कर दी है.
सूत्रों की मानें, तो SEC ने सिफारिश की है कि भारत बायाटेक की कोवैक्सीन के फेज़ 2, फेज़ 3 के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दे देनी चाहिए, जो कि 2 से 18 साल तक के बच्चों पर किया जाएगा.
आपको बता दें कि भारत में अभी जिन दो वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह सिर्फ 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लोगों को लगाया जा रहा है.
Subject Expert Committee (SEC) gives nod to Bharat Biotech's Covaxin for phase 2 and 3 human clinical trials on 2 to 18-year-olds: Sources#COVID19 pic.twitter.com/0FD1y3IGYh
— ANI (@ANI) May 12, 2021
तीसरी लहर को लेकर एक्सपर्ट्स ने चेताया था...
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा दी है. इस बीच एक्सपर्ट्स ने तीसरी लहर की चेतावनी दी थी. भारत सरकार के ही चीफ वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा था कि तीसरी लहर का आना निश्चित है और इसमें बच्चों पर ज्यादा असर हो सकता है.
एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से तीसरी लहर को लेकर चिंता व्यक्त की थी. सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किए थे कि अगर तीसरी लहर आती है तो बच्चों का क्या होगा, उनके परिजनों का क्या होगा, किस तरह इलाज होगा, इन चीज़ों पर अभी से विचार करने की ज़रूरत है.
तीसरी लहर की चेतावनी के बाद कई राज्यों ने अपने यहां अभी से ही बच्चों के लिए अलग से अस्पताल बनाने, स्पेशल कोविड केयर सेंटर्स बनाने पर काम शुरू कर दिया है.
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